भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी नेता किसानों के आंदोलन को ज्यादा समर्थन नहीं दे रहे है। टिकैत ने कहा की विपक्ष को डर है की केंद्र सरकार इन्हें निशाना बना सकती है।राजस्थान के जोधपुर के पीपाड़ में किसानों की महापंचायत को संबोधित किया । जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बीजेपी की सरकार को दो लोगों की सरकार बताया जो किसी की नहीं सुनती अपनी मनमानी करती है अपने लाभ के लिए कार्य करती है। राकेश टिकैत ने ये भी साफ कर दिया की किसान आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन नवंबर तक जारी रहेगा।
टिकैत ने दावा किया कि विपक्ष बदहाल स्थिति में है और किसानों के मुद्दे पर नहीं बोल रहा है. उन्होंने आगे कहा, ‘उनके पुराने कारनामे उनकी राह में आड़े आ रहे हैं. उन्हें किसी मामले में फंसा दिए जाने का डर है.’ केंद्र पर निशाना साधते हुए किसान नेता ने कहा, ‘अगर सरकार होती तो वार्ता होती. लेकिन देश में दो लोगों की सरकार है.’ उन्होंने कहा कि यह सरकार किसी की राय नहीं लेती है. अपने मन का काम करती है किसी की नहीं सुनती।
टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन एक लंबी लड़ाई है जो लंबे समय तक चलेगी।और युवाओं को इसे अंजाम तक ले जाने के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘आखिरकार उन्हें (युवाओं को) ही यह लड़ाई आगे ले जानी होगी. इसके लिए बाधाएं खत्म करनी होंगी.’
टिकैत ने कहा, ‘अगले 20-30 साल में हम अपनी जमीन खो देंगे और ऐसा देश के हरेक किसान के साथ होगा. हम सरकार से लड़कर ही अपनी जमीन बचा सकते हैं.’ उन्होंने उपस्थित लोगों से सभी सुविधाएं त्याग ने और आंदोलन का समर्थन करने को कहा. टिकैत ने दावा किया अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून नहीं होगा तो फसल ‘आधी कीमत’ पर बिकेगी.
उन्होंने कहा कि फिलहाल आंदोलन नवंबर तक जारी रहेगा. टिकैत ने कहा, ‘हम बहुत दूर आ गए हैं इसलिए वापस लौटने का सवाल ही नहीं उठाता.’ये लड़ाई अभी लंबी चलेगी हम पीछे नहीं हटेंगे।