
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों दक्षिण अमेरिकी देशों के दौरे पर हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक यह दौरा चार देशों तक फैला होगा, जहां वे राजनीतिक नेतृत्व, बुद्धिजीवियों, छात्रों और प्रवासी भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगे।
लोकतंत्र और सामाजिक परंपराओं को साझा करने पर जोर
कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल राजनीतिक रिश्तों को मजबूत करना ही नहीं है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की लोकतांत्रिक और सामाजिक परंपराओं को साझा करना भी है। राहुल गांधी विभिन्न विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों को संबोधित करेंगे और भारत के सामाजिक-राजनीतिक अनुभवों को साझा करेंगे।
प्रवासी भारतीयों से भी जुड़ेंगे राहुल
इस दौरे के दौरान राहुल गांधी प्रवासी भारतीय समुदाय से भी संवाद करेंगे। कांग्रेस का मानना है कि भारतीय प्रवासी विदेशों में भारत की सांस्कृतिक पहचान को जीवित रखने के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की तैयारी
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान लोकतंत्र, असमानता, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और रोजगार जैसे वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार रखेंगे। साथ ही, भारत और दक्षिण अमेरिकी देशों के बीच सहयोग के नए अवसरों पर भी चर्चा करेंगे।
वैश्विक छवि बनाने की कोशिश
राहुल गांधी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब कांग्रेस देश में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने की कोशिश में है। पार्टी को उम्मीद है कि इस दौरे से राहुल गांधी की छवि एक वैश्विक नेता के रूप में और सशक्त होगी।













