वृंदावन के रास कलाकार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में ब्रज संस्कृति से जुडे़ महारास एवं कृष्णलीला जैसे कार्यक्रमों के प्रस्तावित आयोजन को लेकर क्षुब्ध हैं। उनका कहना है कि भगवान कृष्ण और राधा के अनन्य प्रेम के प्रतीक महारास तथा अन्य लीलाओं का इस तरीके से प्रदर्शन किया जाना ब्रज संस्कृति के विरुद्ध है। उल्लेखनीय है कि अपने भारत दौरे के दौरान ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया के साथ 24 फरवरी को आगरा भी आएंगे जहां उनके स्वागत के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इसके लिए शहर के सौंदर्यीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। खेरिया हवाईअड्डे से लेकर ताजमहल तक अतिक्रमण हटाने के साथ सफाई और मरम्मत का काम चल रहा है।
ट्रंप 24 फरवरी को पहले अहमदाबाद पहुंचेंगे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनका स्वागत करेंगे। इसके बाद शाम को अमेरिकी राष्ट्रपति का आगरा में ताजमहल देखने का कार्यक्रम है।आगरा में जिस मार्ग से ट्रंप गुजरेंगे, वहां सड़क के दोनों तरफ और चौराहों पर देशभर के तीन हजार कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देकर उन्हें ब्रज की संस्कृति के अवगत कराएंगे। वृंदावन स्थित श्याम सदन में मंगलवार को आयोजित बैठक में जाने-माने रास कलाकार हरि वल्लभ शर्मा ने कहा कि आगरा आ रहे ट्रंप के स्वागत में ब्रज संस्कृति से जुड़ा महारास, चुरुकला नृत्य, बरसाना की लट्ठमार होली और फूलों की होली आदि जैसे कार्यक्रम किए जाएंगे।
इस पर उपस्थित लोगों और रास कलाकारों ने कहा कि ब्रज संस्कृति का परिचय धर्म की मान्यताओं और मर्यादा के तहत होना चाहिए। इसलिए सरकार को इस प्रकार के कार्यक्रम नहीं करने चाहिए। यदि प्रदेश सरकार ने इसे नहीं रोका तो वो इसका खुलकर विरोध करने को बाध्य होंगे। आगरा में ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया का स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आगरा के मेयर नवीन जैन करेंगे। इस दौरान उन्हें चांदी की चाबी और ताजमहल की संगमरमर से निर्मित प्रतिकृति भेंट की जाएगी। चाबी पर ताजमहल की प्रतिकृति के साथ शहर का लोगो होगा। आगरा में ट्रंप ताजमहल का दीदार करेंगे।
शहर में उनका ढाई घण्टे का कार्यक्रम प्रस्तावित है। वह शाम सवा चार बजे से पौने सात बजे तक आगरा में रहेंगे। ताजमहल का दीदार करने के बाद ट्रंप दिल्ली रवाना हो जाएंगे। इस संबंध में आगरा आयुक्त अनिल कुमार ने बताया कि ट्रंप के स्वागत के लिए तोरण द्वार बनाए जा रहे हैं। सड़कों की मरम्मत की जा रही है। नगर निगम को विश्वस्तरीय सफाई व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए देशभर से लगभग तीन हजार सांस्कृतिक कलाकारों को बुलाने की कोशिश है।