मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि 2017 के पहले प्रदेश की पहचान दंगों से होती थी विकास सिर्फ एक ही परिवार का हो रहा था पर अब प्रदेश तरक्की के रास्ते पर बढ़ रहा है।
“इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश रविवार को मिडिया से रविवार को बातचीत के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि यूपी के विकास के लिए भाजपा को हटाना जरूरी हो गया है। प्रदेश को योगी नहीं योग्य सरकार चाहिए”।
अखिलेश रविवार को मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इसके पहले एक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि 2017 के पहले प्रदेश की पहचान दंगों से होती थी विकास सिर्फ एक ही परिवार का हो रहा था पर अब प्रदेश तरक्की के रास्ते पर बढ़ रहा है।
रविवार को बसपा के कई बड़े नेता सपा में शामिल हो गए। पार्टी के पूर्व विधायक व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आर एस कुशवाहा, पूर्व सांसद कादिर राणा ने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ सपा का दामन थाम लिया। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर हरि किशोर तिवारी सपा में शामिल हो गए। इस अवसर पर अखिलेश यादव ने वादा किया कि सपा की सरकार बनने पर कर्मचारियों की हर समस्या का समाधान किया जाएगा। कर्मचारियों की सेहत एवं सुरक्षा को लेकर कई फैसले लिए जाएंगे।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि देश में खाद से लेकर तेल तक के दाम बढ़ गए हैं जिसकी मार हर वर्ग पर पड़ रही है। भारत कुपोषण झेल रहा है। आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है? उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार के दौरान राहत पैकेट में घी, दूध और बच्चों के लिए फल तक का इंतजाम किया गया था लेकिन भाजपा सरकार ने इसे बंद कर दिया।
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों पर लगातार हमला कर रही है। हक की मांग करने वालों को कुचला जा रहा है। यूपी में योग्य सरकार चाहिए ना कि योगी सरकार।
प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि पहले जातीय जनगणना कराई जानी चाहिए। समाजवादी सरकार जातीय जनगणना और आरक्षण के मुद्दे को लेकर पूरी तरह गंभीर है। हम प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का काम नाम बदलना, रंग बदलना और नेम प्लेट बदलना भर है।