
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान सेना ने तीन दिनों में तीसरी बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। भारतीय सेना के अनुसार, 27-28 अप्रैल की रात को पाकिस्तान की कुछ पोस्टों ने तूतमारी गली और रामपुर सेक्टर में बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारतीय सैनिकों ने इस हमले का प्रभावी और उचित हथियारों से जवाब दिया।
इससे पहले 25, 26 और 27 अप्रैल की रात को भी पाकिस्तान ने इसी तरह का सीजफायर उल्लंघन किया था। सेना का मानना है कि पाकिस्तान की इस तरह की कार्रवाई का मकसद भारतीय सेना का ध्यान भटकाना हो सकता है ताकि आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाले अपने लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ी सक्रियता
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भीषण आतंकी हमले में कम से कम 26 लोगों की जान गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। इसके बाद से घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चौकस कर दिया गया है।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे और नियंत्रण रेखा तथा आंतरिक सुरक्षा हालात की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से आतंकवाद से निपटने और लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघनों पर भी चर्चा की।
इसी बीच, सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पहलगाम हमले के संदिग्ध जाकिर अहमद गनी के घर को ध्वस्त कर दिया। गनी, जो कुलगाम जिले के मुतालहामा गांव का रहने वाला है, पर हमले में शामिल होने का शक है। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं।
इस घटनाक्रम के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। भारत ने हमले के दोषियों को कठोर सजा देने का संकल्प जताया है, और जवाबी कूटनीतिक तथा सैन्य कार्रवाई की तैयारियां भी तेज कर दी गई हैं।