
केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक आज समाप्त हो चुकी है, लेकिन इसके खत्म होते ही एक बड़ी और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बैठक में स्पष्ट किया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि यह अब भी जारी है और सीमाओं पर हालात तेजी से बदल रहे हैं।
रक्षा मंत्री का बड़ा बयान
बैठक की अध्यक्षता कर रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को ब्रीफ किया। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी चल रहा है। सीमा पर हालात लगातार बदल रहे हैं, इसलिए हम सभी डिटेल्स सार्वजनिक नहीं कर सकते।”
बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैरहाज़िरी पर सवाल उठाए और कहा कि इतनी संवेदनशील स्थिति में पीएम की मौजूदगी ज़रूरी थी। साथ ही राफेल को लेकर चल रही मीडिया रिपोर्ट्स पर भी सरकार की चुप्पी पर विपक्ष ने चिंता जताई।
इन दिग्गज नेताओं ने लिया हिस्सा
सर्वदलीय बैठक में सरकार की ओर से राजनाथ सिंह, अमित शाह, एस. जयशंकर, जे. पी. नड्डा और निर्मला सीतारमण शामिल हुए। विपक्ष की तरफ से राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, संजय सिंह (AAP), संजय राउत (शिवसेना UBT), सुप्रिया सुले (NCP-SP), रामगोपाल यादव (सपा), सुदीप बंद्योपाध्याय (TMC), टी. आर. बालू (DMK), असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM), चिराग पासवान (LJP-R), संजय झा (JDU), और सस्मित पात्रा (BJD) जैसे कई प्रमुख नेता शामिल हुए।
पाकिस्तान पर जबरदस्त कार्रवाई
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके प्रमुख हैं।
पहलगाम हमले का बदला
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के दो सप्ताह बाद ये सैन्य कार्रवाई की गई है। इससे पहले 24 अप्रैल को भी इसी मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई थी।
यह साफ है कि भारत अब आतंक के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदम उठाने की नीति पर है, और ऑपरेशन सिंदूर उसी का प्रतीक है।