
इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद आईजी निबंधन ने विवाह पंजीकरण को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत अब बिना परिवार की जानकारी और सहमति के शादी कर उसका रजिस्ट्रेशन कराना मुश्किल हो जाएगा।
नए नियमों के तहत:
अब शादी का रजिस्ट्रेशन सिर्फ उसी जिले में होगा जहां वर-वधु या उनके माता-पिता रहते हों। शादी के सबूत के तौर पर सिर्फ फोटो या कार्ड काफी नहीं होगा। शादी करवाने वाले पंडित या मौलवी की गवाही, साथ ही उनका शपथ पत्र देना अनिवार्य होगा। इन बदलावों का मकसद फर्जी या गुपचुप शादियों पर रोक लगाना और पारदर्शिता बनाए रखना है।