गंगा नदी में शवों के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। तीसरे दिन (बुधवार) को भी रालपुर, गेगासो, डलमऊ, गोकना घाटों पर पांच शव देखे गए। वहीं, मंगलवार को डलमऊ में शव मिलने के मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया तो राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया और पूरे मामले में रिपोर्ट तलब की। इसके बाद हरकत में आए अफसरों ने घाटों का निरीक्षण किया और स्टीमर से 24 घंटे निगरानी के लिए टीम गठित कर दी। डलमऊ : गंगाघाट पर गत सोमवार व मंगलवार को शव मिले। प्रशासन ने बाहर निकलवाया और एक चिता पर दो शवों का अंतिम संस्कार किया। इस मामले में गंगा विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक भरत पाठक ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय के डीजी से बात की। इसके बाद मंत्रालय के प्रशासनिक अधिकारी डीपी मथुरिया ने डीएम से जानकारी ली। साथ ही सह संयोजक योगेंद्र शुक्ल से स्थलीय निरीक्षण कर आख्या मांगी गई। नगर पंचायत ईओ अमित कुमार सिंह ने दो नावों में नाविक व गोताखोरों को 24 घंटे गंगा की निगरानी के लिए तैनात कर दिया है। उपजिलाधिकारी विजय कुमार, तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी, सह संयोजक योगेंद्र शुक्ल ने राजघाट पहुंचकर निगरानी टीम से जानकारी ली। स्टीमर से निगरानी के दौरान दोपहर में बड़ा मठ घाट के निकट दो शव देखे गए। कोतवाली पुलिस और नगर पंचायत कर्मियों ने शवों को बाहर निकाला और अंतिम संस्कार किया ऊंचाहार : गोकनाघाट पर सुबह करीब नौ बजे लोगों ने एक शव उतराता देखा। इसकी सूचना अफसरों को दी गई। जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचे और शव बहकर आगे निकल गया। एसडीएम ने बताया कि इस बारे में मुझे कोई सूचना नहीं मिली है।रालपुरघाट पर लोगों ने दो शव उतराते देखे। पुलिस मौके पर पहुंची और एक शव को बाहर निकालकर उसका अंतिम संस्कार किया। दूसरा शव तेज धारा के साथ बह गया। स्थानीय लोगों ने बताया शव धारा की दूसरी ओर असनी (फतेहपुर) की ओर चला गया।