पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लेने के विधानसभा से पारित संकल्प पर शुरू हुआ विवाद अब भी शांत नहीं हुआ है। दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को भी दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र संकल्प का हिस्सा नहीं था।
अब दिल्ली के विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने पूर्व पीएम राजीव गांधी को भारत रत्न सम्मान वापस लेने की मांग करने के प्रस्ताव को लेकर कहा कि जो प्रस्ताव विधानसभा के पटल पर रखा गया उसमें राजीव गांधी के नाम का जिक्र नहीं था। आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने जो भी कहा वह पारित नहीं हुआ।
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को मीडिया से कहा था कि सिख दंगा मामले में चर्चा के बाद सदन के पटल पर जो प्रस्ताव रखा गया, उस पर कोई भी सुझाव देने के लिए सभी विधायक स्वतंत्र होते हैं। चर्चा के समय न केवल आप विधायक, बल्कि भाजपा के विधायक मनजिंद्र सिंह सिरसा ने भी एक सुझाव दिया था। कोई भी सुझाव तभी मान्य होता है, जब उस पर वोटिंग कराई जाए और उसके समर्थन में वोट पड़ें। राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लेने की मांग सदन से पारित संकल्प का हिस्सा नहीं है।