भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में पिछले कुछ दिन से लगातार हो रही भारी बारिश का कहर जारी है। अलग-अलग हिस्से में हो रहे मूसलाधार बारिश से अचानक बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसके कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं भारी बारिश के मद्देनजर पंजाब में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। साथ ही उत्तर भारत के कई इलाकों में बारिश से मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बर्फबारी के बाद सोमवार को भूकंप का हल्का झटका भी लगा। पंजाब व हरियाणा, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण फसलों को खासा नुकसान हुआ है। भारी बारिश के मद्देनजर पंजाब के बाद हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं मंगलवार को बंद रहेंगी। इसके अलावा आंगनवाड़ी केंद्र को भी बंद रखने का फैसला लिया गया है। सोमवार को वर्षा जनित हादसों मे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और हरियाणा में 11लोगों की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर के डोडा में भूस्खलन से एक ही परिवार के पांच की मौत हो गई। मरने वाले सभी बच्चे हैं।
हिमाचल के कुल्लू में हालात बिगड़ते देख हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां लोगों को नदी और नालों से दूर रहने को कहा गया है। कुल्लू में भारतीय वायुसेना की टीम पिछले 24 घंटों में 21 लोगों को बचा चुकी है। यहां पानी के तेजबहाव में एक वॉल्वो बस के बह जाने की सूचना है। कांगड़ा जिले में नदी-नाले उफान पर हैं। पंजाब में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सेना को तैयार रहने को कहा गया है और जिला प्रशासन को भी पर्याप्त मात्रा में नावें तैयार रखने को कहा गया है।
ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों लाहुल स्पीति, रोहतांग में बर्फबारी से न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। केलंग में न्यूनतम तापमान माइनस दो डिग्र्री तक पहुंच गया है। सिरमौर में सोमवार दोपहर हल्का भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 मापी गई।
अब ऐसे में लोग अपने घर से बेघर होने को मजबूर है। अब इसे मौसम की मनमानी कहे या आफत की बारिश, लेकिन लोग बहुत परेशान है।