मुंबई के तर्ज पर अब देश की राजधानी दिल्ली में भी रेल पटरियों के किनारे फैली गंदगी को साफ करने के लिए विशेष स्वच्छता ट्रेन चला करेगी। गांधी जयंती के अवसर पर इसकी शुरुआत भी हो गई है। रात के समय जब पैसेंजर ट्रेनों की संख्या कम होती है तब दिल्ली को साफ व सुंदर बनाने की मुहिम को गति दी जाएगी। इसके साथ ही पटरी के किनारे रेलवे की भूमि पर पौधरोपण भी किए जाएंगे।
स्वच्छता अभियान से स्टेशनों की सूरत तो बदलने लगी है, लेकिन रेल पटरियों की सफाई अब भी बड़ी समस्या है। पटरियों व उसके आसपास फैली गंदगी स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ाने जैसी है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) भी इसे लेकर नाराजगी जता चुका है। उसने पटरी पर कूड़ा फेंकने वालों पर पांच हजार रुपये जुर्माना लगाने का भी निर्देश दिया था। रेल प्रशासन ने कार्रवाई भी की, परंतु समस्या हल नहीं हुई।
इस समस्या को दूर करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे अधिकारियों को विशेष स्वच्छता ट्रेन चलाने की सलाह दी थी। दिल्ली मंडल के अधिकारियों ने उनके सुझाव पर काम शुरू कर दिया है।
सोमवार रात 11.50 बजे से मंगलवार तड़के लगभग तीन बजे तक आदर्श नगर-सब्जी मंडी रेल खंड पर विशेष स्वच्छता ट्रेन चलाई गई। इस विशेष ट्रेन में 5 वैगन थे, जिनमें ट्रैक के आसपास से जेसीबी द्वारा कूड़ा व मलबा उठाकर डाला गया। इसके लिए चार जेसीबी और 30 मजदूर भी लगाए गए थे। पहले ही दिन लगभग 200 मीट्रिक टन कूड़ा (लगभग 20 ट्रक) हटाया गया। इस दौरान इस रेल खंड पर अन्य ट्रेनों की आवाजाही बंद रखी गई।
मुंबई में नियमित चलती है इस तरह की ट्रेन
मुंबई में पिछले साल से ही इस तरह की विशेष ट्रेन चलाई जा रही है। पहले वहां कभी-कभार इस तरह की ट्रेन चलाकर पटरी के किनारे से गंदगी को हटाया जाता था, लेकिन अब नियमित रूप से इसे चलाया जा रहा है। मध्य रेलवे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से कल्याण के बीच चार विशेष ट्रेनें चलाती है। पिछले वित्त वर्ष में इससे 94 हजार क्यूबिक मीटर कचरा हटाया गया था। वहीं, पश्चिम रेलवे चर्च गेट से विरार के बीच पांच विशेष ट्रेन चला रही है। इस वर्ष मानसून से पहले इससे 75 हजार क्यूबिक मीटर कचरा हटाने में सफलता मिली थी।
पटरी किनारे अवैध कब्जों से फैलती है गंदगी