राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण 25 जून, 2022 को महान योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर का शहादत दिवस बनाएगा। नई दिल्ली के शहीदी स्थल पर समागम का आयोजन किया जाएगा। शाम 7.30 बजे से 9.30 बजे तक महरौली गुरुद्वारा सभा साहिब-श्री गुरु सिंह द्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर की शहादत स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
आपको बता दे की बाबा बंदा सिंह बहादुर एक महान सिख योद्धा और खालसा सेना के सेनापति थे, जिन्होंने मुगलों को हराकर उत्तर भारत के एक बड़े हिस्से को मुक्त कराया था। उन्होंने पंजाब में खालसा शासन की स्थापना की। बंदा सिंह बहादुर ने जमींदारी प्रथा को समाप्त कर दिया, और जमीन जोतने वाले किसानों को संपत्ति के अधिकार प्रदान किए। वे एक महान शासक थे, जिन्होंने नानक शाही सिक्कों की शुरुआत की थी।
मुगल शासक फर्रुखसियर ने उन्हें पकड़कर दिल्ली लाया और सबसे अमानवीय तरीके से मौत के घाट उतार दिया। यह शहादत महरौली में हुई जहां उनकी शहादत की याद में आज भी एक स्मारक खड़ा है, जो अनुकरणीय साहस, बहादुरी और धर्म में गहरी आस्था का प्रतीक है। वे गुरु गोविंद सिंह जी साहिब के एक महान और सच्चे शिष्य थे। नई दिल्ली का लाल किला वह स्थान है, जहां से मुगलों ने उनकी हत्या के लिए फरमान दिया था।
संभवतः यह पहला मौका है, जब भारतीय गणतंत्र इस महान शहीद के शौर्य और बलिदान को नमन कर रहा है।