दिल्ली सरकार 25 अक्टूबर से बस पास बनवाने के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू कर रही है। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद 5 दिनों के अंदर लोगों को स्पीड पोस्ट के जरिए बस पास मिल जाएगा।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत वीरवार को दोपहर 3 बजे दिल्ली सचिवालय में ऑनलाइन सुविधा का उद्घाटन करेंगे। यह सुविधा फिलहाल जनरल पास बनवाने वाले लोगों को ही मिलेगी। रियायती दरों के पास बनवाने के लिए अभी भी डीटीसी दफ्तरों में जाना पड़ेगा।बता दें कि वित्त वर्ष 2017-18 में 15,92,626 लोगों ने नॉन-एसी के पास बनवाए थे,जिसमें 3,53,895 गैर-रियायती बस पास थे। इसी तरह एसी कैटेगरी में 9,43,829 लोगों ने बस पास बनवाए,जिसमें 5,52,702 गैर-रियायती बस पास थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराने से लोगों को बस पास बनवाने के लिए काउंटरों पर लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। डीटीसी बस पास के लिए वर्तमान में 40 बस पास केंद्र हैं। डीटीसी हर माह करीब डेढ़ लाख बस पास जारी करती है। इसमें सबसे अधिक बस पास सीनियर सिटीजन श्रेणी के रियायती पास होते हैं। अभी यह सुविधा सिर्फ जनरल पास धारकों के लिए हो रही है।
बस पास के लिए आवेदन डीटीसी की वेबसाइट से किया जा सकेगा। वहां आपको आवेदन में नाम,पता,उम्र व मोबाइल नंबर के साथ फोटो अपलोड करना होगा। फिर बस पास शुल्क ऑनलाइन ही जमा कराना होगा। इसके बाद बस पास 5 कार्य दिवस में स्पीड पोस्ट के जरिए बताए दिए पते पर बस पास मिल जाएगा।
वही बुजुर्गों को अभी यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। असल में, रियायती पास के लिए जांच प्रक्रिया होती है। अभी उसके लिए तकनीकी विकल्प की तलाश की जा रही है। स्टूडेंट पास के लिए कॉलेज प्रशासन से फॉर्म को सत्यापित कराना होता है। इसी तरह सीनियर सिटीजन की उम्र को सत्यापित करने को लेकर अभी दिक्कते हैं। दूसरे चरण में रियायती श्रेणी के पास को भी शामिल किया जाएगा।