भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत की पहली पारी समाप्त हो गई। हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेले जा रहे अंतिम टेस्ट में भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 367 रन ही बना पाई। पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया को 56 रनों की बढ़त हासिल हुई है।
बता दें कि एक समय भारत संकट में दिख रही थी, लेकिन रहाणे और पंत की जोड़ी ने भारत को संकट से बचाया और पांचवें विकेट के लिए 152 रनों की साझेदारी कर दी। अजिंक्य रहाणे अपने शतक से चूक गए और 80 रन बनाकर होल्डर का शिकार बने। रहाणे के बाद ऋषभ पंत भी 92 के निजी स्कोर पर गैब्रिएल के हाथों आउट हुए। पंत इस सीरीज में दूसरी बार 92 रन पर आउट हुए। इससे पहले राजकोट टेस्ट में भी वह 92 रन पर ही पवेलियन लौट गए थे।
भारत के लिए ऋषभ पंत ने अब तक सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। पंत ने 134 गेंदों पर 92 रन बनाए, जिसमें 11 चौके और 2 छक्के शामिल हैं। रहाणे ने अपनी 80 रनों की पारी में 183 गेंदों का सामना किया है और 7 चौके जड़े हैं। भारत के लिए युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने एक बार फिर प्रभावित किया और 70 रनों की पारी खेली। उनके अलावा विराट कोहली ने 45 रन बनाए। अंत में रविचंद्रन अश्विन ने 35 रनों की पारी खेलकर भारत को 50 से ज्यादा की बढ़त दिलाई।
Innings Break!
A fairly quick finish to proceedings there on Day 2. Windies all out for 311
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— BCCI (@BCCI) 13 October 2018
टीम इंडिया को पहला झटका लोकेश राहुल के रूप में लगा। ओपनर राहुल एक बार फिर फ्लॉप साबित हुए हैं और लगातार 9वीं पारी में बोल्ड या एलबीडब्ल्यू होने का शर्मनाक रिकॉर्ड भी बना दिया. इस पारी में राहुल को जेसन होल्डर ने बोल्ड कर दिया. राहुल 4 रन बनाकर आउट हुए।
राहुल के बाद पृथ्वी शॉ आउट हुए। उन्हें जोमेल वारिकन ने शिमरोन हेटमेयर के हाथों कैच आउट करा कर भारत को दूसरा झटका दिया। शॉ 70 रन बनाकर पवेलियन लौटे। शेनॉन गैब्रिएल की गेंद पर पुजारा ढीला शॉट खेलकर आउट हो गए। पुजारा 10 रन बनाकर आउट हुए।
यहां से कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान रहाणे ने टीम को बचाने की कोशिश करते हुए चौथे विकेट के लिए 60 रनों की साझेदारी की। कोहली जब अपने अर्धशतक की तरफ बढ़ रहे थे तभी विपक्षी टीम के कप्तान जेसन होल्डर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू करार दे दिए गए। कोहली ने इस पर रिव्यू लिया, लेकिन फैसला उनके पक्ष में नहीं गया।