दिल्ली पुलिस के हवलदार ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बताई वजह
उनके पास से दो पन्ने का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि 15 नवंबर को उनके ससुर चमन सिंह अपने साले के बेटे हवलदार यशपाल सिंह (उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात) समेत कुछ लोगों के साथ उनके दिल्ली स्थित घर पर आए थे।
यहां उन्हें दिन में कॉलोनी वालों के सामने सड़क पर गिराकर लात-घूसों से जमकर पिटाई की। सभी के सामने उनकी बेइज्जती हुई थी। पड़ोसियों ने घटना का वीडियो बना लिया जो धीरे-धीरे उनके रिश्तेदारों व जानकारों के वाट्सएप पर पहुंच गया।
स्थानीय खजूरी खास थाना पुलिस से शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। बेइज्जती न सह पाने के कारण गहरे सदमे में आकर उन्होंने ऐसा कदम उठाया। उन्होंने पत्नी से हो क्लेश के बारे में भी जिक्र किया।
आइपी एस्टेट थाना पुलिस ने लोकनायक अस्पताल में सोहनवीर के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। सुसाइड नोट व मारपीट के वीडियो के आधार पर पुलिस ने चमन सिंह, यशपाल सिंह समेत अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सोहनवीर (35) मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के अटाली गांव के रहने वाले थे।
वर्ष 2008 में वह दिल्ली पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती हुए थे । वह खजूरी खास के दयालपुर गांव स्थित बिहारी पुर में पत्नी व दो बच्चों के साथ रहते थे। उत्तर प्रदेश निवासी उनकी पत्नी भी दिल्ली पुलिस में सिपाही हैं और उनकी तैनाती उत्तर-पूर्वी जिले के एक थाने में है। कुछ दिनों पहले सोहनवीर को दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी विंग में तैनात किया गया था। गुरुवार देर रात से शुक्रवार सुबह 8 बजे तक उनकी ड्यूटी दिल्ली सचिवालय में गेट नंबर 3 के पास बनी वीवीआइपी पार्किंग में थी।
सुबह 5:53 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि सोहनवीर ने खुद को गोली मार ली है। पुलिस को दिए बयान में सोहनवीर के रिश्तेदारों ने बताया कि घरेलू क्लेश के चलते कई दिनों से वह काफी मानसिक तनाव में थे।
ससुराल पक्ष ने उनके साथ सरेआम मारपीट की और नौकरी खराब कराने व जेल में बंद कराने की भी धमकी दी। पिछले पांच साल से पत्नी व ससुराल वालों से उनका झगड़ा चल रहा था। अब इससे तंग आकर सोहनवीर ने आत्महत्या कर ली।