Christmas का त्योहार ईसाई धर्म का मुख्य त्योहार है। जिसका मुख्य रुप से बच्चों को पूरे साल इंतजार रहता हैं। क्रिसमस – Christmas ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाले त्योहार है। 25 दिसंबर को पूरी दुनिया के ज्यादातर देशों में इस त्योहार को पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
आपको बता दें कि शुरु में तो ईसाई धर्म के लोग ईसा मसीह के जन्म के बारे में ही एक मत नहीं थे, कोई 14 दिसंबर कहता है तो कोई 10 जून तो कोई 2 फरवरी को उनका जन्मदिन मनाता था। वहीं तीसरी शताब्दी में जाकर 25 दिसंबर को ईसा मसीह का जन्मदिन मनाना शुरु किया गया।
आपको यह भी बता दें कि कट्टवादी ईसाईयों और शुद्धतावादी ईसाईयों ने हमेशा से ही क्रिसमस – Christmas त्योहार के मनाए जाने पर अपना विरोध प्रकट किया है।
वहीं साल 1645 में जब ऑलिवर क्रोमवेल और उनकी शुद्धतावादी सेना ने इंग्लैंड पर कब्जा किया था तो सबसे पहले उन्होंने क्रिसमस – Christmas मनाने पर रोक लगा दी थी, लेकिन थोड़े समय बाद जब चार्ल्स-2 ने इंग्लैंड पर शासन किया तो फिर से जनता की मांग पर क्रिसमस – Christmas का त्योहार मनाया जाना लगा।
आज Christmas के मौके पर भारत समेत दुनिया भर में क्रिसमस की धूम है। प्रभु यीशु मसीह के जन्म दिन की खुशी के मौके पर मनाए जाने वाले इस त्योहार को लेकर अमेरिका, यूरोप, भारत, अफ्रीका में दीवानगी है। गोवा की राजधानी पणजी में चर्च में लोग बड़ी संख्या में रात को जमा हुए और सामूहिक प्रार्थना में शिरकत की। बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता और रांची में भी आधी रात को प्रेयर का आयोजन किया गया।
दुनियाभर से ईसाई श्रद्धालु क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सोमवार को बेथलेहम पहुंचे। यहां आए श्रद्धालुओं ने उस स्थान का दर्शन करने के लिए धार्मिक जुलूस में हिस्सा लिया जहां माना जाता है कि प्रभु यीशु मसीह का जन्म हुआ था। इसके बाद प्रभु यीशु के जन्मस्थल बेथलेहम में आधी रात को प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इधर, वेटिकन में भी पोप फ्रांसिस ने विशेष प्रार्थना में शिरकत की. बेथलेहम में गिरिजाघर की रौनक देखते ही बन रही है। यहां रंगीन रोशनी से सजावट की गई है।
अमेरिका में क्रिसमस की मस्ती छाई हुई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर के लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी है। रिवाज के मुताबिक इस दिन सांटा बच्चों को गिफ्ट बांटता है। इसे लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा जाता है।