आजाद भारत के लगभग सभी चुनाव देख चुकीं मंडल ने 111 की उम्र में भी पूरे उत्साह से डाला वोट

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दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट डालने के बाद राजधानी की सबसे उम्रदराज महिला मतदाता कलीतारा मंडल ने शनिवार को सभी से घरों से बाहर निकलने और पूरे उत्साह के साथ वोट डालने की अपील की। बेटे, पोते और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सीआर पार्क स्थित मतदान केन्द्र पर पहुंचीं 111 साल की मंडल ने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद बड़े गर्व से अपनी स्याही लगी ऊंगली फोटाग्राफर्स के सामने कर दी। उन्होंने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘मुझे इस चुनाव में मतदान करके खुशी हो रही है।

मुझे याद नहीं है कि मैंने कितने चुनावों में भाग लिया है, लेकिन जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमें वोट जरूर डालना चाहिए। मैं अन्य लोगों से भी घरों से निकलने और वोट डालने की अपील करती हूं।’’ अविभाजित भारत के बारीसाल (अब बांग्लादेश में है) में 1908 में जन्मीं मंडल ने उपमहाद्वीप को कई बुरे दौरे से गुजरते हुए देखा हैं उन्होंने 1947 का भारत-पाकिस्तान और 1971 का पाकिस्तान-बांग्लादेश विभाजन भी देखा है।

राष्ट्रीय राजधानी में बसने से पहले उन्हें अपने परिवार के साथ दो बार शरणार्थी बनकर भी रहना पड़ा है। राजधानी में 100 से ज्यादा आयु वाले मतदाताओं की संख्या करीब 150 है। भारत के करीब-करीब सभी चुनाव देखने और उनमें हिस्सा लेने वाली मंडल को मतपत्र और मतपेटियों वाले दिन बखूबी याद हैं। वह कहती हैं, ‘‘हां, मुझे याद है। वे लोग (मतदान अधिकारी) मेरे अंगूठे का निशान लेते और फिर मतपत्र को मोड़कर पेटी में डाला जाता। मैंने बड़ी मशीनों (ईवीएम) पर भी मतदान किया है।’

मंडल को सीआर पार्क में के. ब्लॉक स्थित उनके आवास से मतदान केन्द्र तक लेकर आने वाले सहायक मतदान अधिकारी हरीश कुमार ने कहा  ‘‘मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि यह काम सौंपा गया है।’’उन्होंने कहा, ‘‘इस उम्र में भी वह आयीं और वोट डाला। इससे हम सभी भारतीयों को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने की प्रेरणा मिलनी चाहिए।’’ कुमार ने बताया कि यहीं पास में ग्रेटर कैलाश में भी एक इतने ही उम्रदराज व्यक्ति रहते हैं। दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए आज मतदान हो रहा है।