
महराजगंज, उत्तर प्रदेश। जिले से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ प्रेम और वचन की मिसाल पेश करते हुए एक युवक ने अपनी मंगेतर की आत्महत्या के बाद उसके शव से विवाह किया। यह दृश्य इतना भावुक था कि वहां मौजूद हर आंख नम हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, युवक और युवती का रिश्ता तय हो चुका था और दोनों शीघ्र ही विवाह के बंधन में बंधने वाले थे। लेकिन किसी अज्ञात कारणवश युवती ने आत्मघाती कदम उठा लिया। यह समाचार मिलते ही युवक टूट गया, पर उसने अपने प्रेम और किए वादे को निभाने का संकल्प लिया।
अंतिम विदाई से पूर्व, युवक ने शव की मांग में सिंदूर भरा और वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह की सारी रस्में पूरी कीं। विवाह के दौरान पंडितों ने मंत्रोच्चारण किया, और परिवार के लोग साक्षी बने। इस दर्दनाक पल में जहाँ सामान्यत: विवाह में मंगलगीत गूंजते हैं, वहाँ केवल सिसकियाँ और रोने की आवाजें सुनाई दे रही थीं।
युवती की अर्थी को एक सुहागन की तरह सजाया गया और प्रेमी ने पति के रूप में उसे मुखाग्नि दी। यह दृश्य उपस्थित हर व्यक्ति की आत्मा को झकझोर गया।
यह घटना सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं, बल्कि एक गहरी संवेदना है — जहाँ प्रेमी ने समाज की रीतियों से परे जाकर अपने प्रेम और वचन का सम्मान किया।