लखीमपुर हिंसा पर राजनीति करने वालों को किसान परिवार ने सुनाई खरी-खरी

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जिस तरह से लखीमपुर हिंसा को लेकर सभी विपक्षी दल इलाके में जाने और भीड़ बढ़ाने पर उतारु हैं, उसे देखते हुए राहुल प्रियंका के पहुंचने से पहले ही किसान लवप्रीत सिंह के परिवार ने नेताओं को सलाह दी थी, कि राजनेता दूरी बनाए रखें, लेकिन फिर भी प्रियंका और राहुल उनके घर पहुंच ही गए ।

लखीमपुर की घटना में मारे गए किसान लवप्रीत सिंह के परिजनों ने सरकार की कार्रवाई और सहायता का धन्यवाद किया है, इसके साथ ही मौत की गंदी राजनीति करने वालों की निंदा की है। बुधवार रात राहुल और प्रियंका गांधी के पहुंचने से पहले जारी हुए इस वीडियो में मृतक लवप्रीत सिंह के बहनोई मक्खन सिंह,, चाचा केवल सिंह, सरदार बहादुर सिंह व गांव ने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन और पुलिस ने हमारा बहुत सहयोग किया है। उन्होंने सरकार और शासन को सहयोग देते हुए कहा कि

जो तत्व राजनीतिक घटना का लाभ लेना चाहते हैं, उनसे निवेदन है कि इस दुख की खड़ी में राजनीतिक लाभ ना उठाएं और किसी को परेशान ना किया जाए, सभी से मेरी यही प्रार्थना है।

इस वीडियो से साफ है कि जिस प्रकार मृत किसानों के परिवार वालों तक पहुंचने के लिए विपक्षी पार्टियों ने घमासान मचा रक्खा है, उससे कहीं ना कहीं अपनों की मौत से त्रस्त किसान परिवार भी परेशान हैं। लवप्रीत सिंह के परिवार की ओर से आया ये बयान उन राजनीतिक दलों के मुंह पर एक करारा तमाचा है, जो मौत को सियासत की सीढ़ी की तरह इस्तेमाल करने पर तुले रहते हैं ।

हालांकि इस बयान देने के कुछ देर बाद ही प्रियंका गांधी और राहुल गांधी लवप्रीत के घरवालो से मिलने पहुंचे, उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और अन्य कांग्रेस नेता भी थे।