भारत की आतंकवाद विरोधी मुहिम को विश्व मंच पर मजबूती, जापान पहुंचा पहला प्रतिनिधिमंडल

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भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को वैश्विक समर्थन दिलाने के उद्देश्य से सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया के विभिन्न प्रमुख देशों की यात्रा पर रवाना हो चुके हैं। इन प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की स्थिति को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने स्पष्ट करना है।

राजद नेता मनोज कुमार झा ने सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “बीते कुछ वर्षों में सरकार ने जो फैसले लिए हैं, यह उनमें से एक खूबसूरत फैसला है। ऑपरेशन सिंदूर के पश्चात हमारे कई मित्र देश खुलकर सामने नहीं आए, यह पूरे देश की पीड़ा है। समाज में नफरत को हराने और वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए यह प्रतिनिधिमंडल आवश्यक है।”

जापान पहुंचा पहला प्रतिनिधिमंडल

जदयू सांसद संजय झा के नेतृत्व में एक नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जापान की राजधानी टोक्यो पहुंचा है। इसमें भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, सलमान खुर्शीद, बृजलाल, अभिषेक बनर्जी, प्रदान बरुआ, हेमांग जोशी, जॉन ब्रिटास, और पूर्व राजदूत मोहन कुमार शामिल हैं। इस प्रतिनिधिमंडल ने टोक्यो स्थित भारतीय दूतावास में भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज से मुलाकात की और क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद और भारत-जापान संबंधों पर चर्चा की।

भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, “हम जापान सरकार के अधिकारियों से मिलेंगे और जानने की कोशिश करेंगे कि वे पहलगाम हमले पर क्या सोचते हैं। हमें इन बैठकों से काफी उम्मीदें हैं।”

यूएई और अफ्रीकी देशों की यात्रा पर दूसरा प्रतिनिधिमंडल

शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में दूसरा प्रतिनिधिमंडल अबु धाबी (यूएई) पहुंच चुका है। यह दल यूएई, लाइबेरिया, कांगो, और सिएरा लियोन का दौरा करेगा। इन देशों से भारत को उम्मीद है कि वे आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे।

आगे की यात्राएं

प्रतिनिधिमंडलों की यात्रा इंडोनेशिया, मलयेशिया, कोरिया गणराज्य, और सिंगापुर तक फैली होगी, जहां वे स्थानीय सरकारों, नीति निर्माताओं और अधिकारियों से मिलकर ऑपरेशन सिंदूर और भारत में आतंकवाद के खतरों को साझा करेंगे।

भारत की यह पहल न केवल आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई को अंतरराष्ट्रीय समर्थन दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर सभी दल एकजुट होकर देशहित में कार्य कर सकते हैं।