शुक्रताल में ‘हुनमान धाम’ की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यह कदम भीम आर्मी के इस तरह के सभी मंदिरों पर कब्जा करने के आह्वान के मद्देनजर उठाया गया है।भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने गत रविवार को कहा था कि दलित समुदाय के लोगों को सभी हनुमान मंदिरों पर कब्जा कर वहां दलित पुजारी नियुक्त करने चाहिए। चंद्रशेखर ने यह आह्वान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान को दलित बताए जाने के बाद किया था।
अधिकारियों ने बताया कि पीएसी और पुलिस टीम हनुमान धाम में तैनात की गई हैं, ताकि भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं द्वारा मंदिर पर कब्जा करने के किसी भी प्रयास को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि अभी तक यहां किसी भी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।बता दें कि राजस्थान के अलवर जिले में एक रैली संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा था, ‘हनुमान एक वनवासी, वंचित और दलित थे। बजरंग बली ने उत्तर से दक्षिण तक और पूर्व से पश्चिम तक सभी भारतीय समुदायों को साथ लाने के लिए काम किया।’
आदित्यनाथ को एक दक्षिणपंथी समूह ने कानूनी नोटिस भेजा है और उनसे भगवान हनुमान को दलित बताने पर माफी मांगने को कहा है। वहीं, पिछले सप्ताह अनुसूचित जनजाति राष्ट्रीय आयोग के प्रमुख नंद कुमार साई ने दावा किया था कि हनुमान आदिवासी थे।