लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाके में हिजबुल्ला के सदस्यों के पेजरों में हुए विस्फोट से बड़ा हादसा हुआ है। इस धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2700 से ज्यादा हिजबुल्ला सदस्य घायल हुए हैं। हिजबुल्ला ने इस धमाके के लिए इस्राइल को जिम्मेदार ठहराया है, इसे संगठन की अब तक की सबसे बड़ी सुरक्षा चूक बताया गया है।
ईरान के राजदूत भी घायल
ईरानी समाचार एजेंसी के अनुसार, इस विस्फोट में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी घायल हुए हैं। हिजबुल्ला के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर इसे हिजबुल्ला की संचार प्रणाली का सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन बताया।
लेटेस्ट पेजर मॉडल में विस्फोट
सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि विस्फोट हिजबुल्ला द्वारा हाल ही में लाए गए पेजरों के लेटेस्ट मॉडल में हुआ। इस घटना के बाद बेरूत के दक्षिणी इलाकों और हिजबुल्ला के गढ़ माने जाने वाले पूर्वी बेका घाटी में अफरा-तफरी मच गई। अस्पतालों में घायलों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
हसन नसरुल्ला ने स्मार्टफोन के इस्तेमाल से किया था मना
कुछ महीने पहले हिजबुल्ला के नेता हसन नसरुल्ला ने अपने लड़ाकों को स्मार्टफोन इस्तेमाल न करने की सलाह दी थी, क्योंकि उनका मानना था कि इस्राइल स्मार्टफोन को हैक कर सकता है। इस वजह से हिजबुल्ला ने स्मार्टफोन के बजाय पेजर का इस्तेमाल शुरू किया था, लेकिन अब पेजरों में हुए इस विस्फोट ने संगठन की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पेजर से पहले की गई छेड़छाड़ की आशंका
राजनीतिक विश्लेषक एलिजा मैग्नियर के अनुसार, हिजबुल्ला अपने संचार साधनों को सुरक्षित रखने के लिए पेजरों पर निर्भर है। उनका अनुमान है कि हिजबुल्ला सदस्यों को दिए जाने से पहले पेजरों के साथ छेड़छाड़ की गई होगी। हालांकि, यह कोई नई तकनीक नहीं है और इसका उपयोग पहले भी हो चुका है।
इस्राइल की चुप्पी
इस्राइली सेना ने इस घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। बता दें कि पिछले साल अक्तूबर में हमास ने इस्राइल पर हमला किया था, जिसके बाद गाजा युद्ध शुरू हो गया था। तब से हिजबुल्ला ने अपने सहयोगी हमास के समर्थन में इस्राइल के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं।