
धनतेरस और दिवाली के मौके पर इस साल देशभर में सोने-चांदी के कारोबार में बड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद है। सर्राफा बाजारों और बुलियन ट्रेड एसोसिएशनों के अनुसार, इस बार लगभग ₹50 हजार करोड़ का कारोबार हो सकता है।
दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर, चेन्नई और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों में धनतेरस से पहले ही ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है।ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल (GJC) के अनुसार, सोने की कीमतों में स्थिरता और अर्थव्यवस्था में सुधार के कारण इस बार बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
इस बार सोने के सिक्कों, बुलियन बार्स और चांदी के नोटों की मांग सबसे ज्यादा है। पारंपरिक आभूषणों की तुलना में निवेश के लिए लोग 24 कैरेट सोना और चांदी खरीदना अधिक पसंद कर रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में ऑनलाइन और डिजिटल गोल्ड खरीदारी में भी तेजी आई है। फिनटेक ऐप्स पर डिजिटल गोल्ड की बिक्री में लगभग 25 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। युवा वर्ग छोटे निवेश के लिए इस माध्यम को ज्यादा पसंद कर रहा है।
चांदी की मांग में भी जबर्दस्त उछाल देखने को मिल रहा है। चांदी के सिक्कों, मूर्तियों और बर्तनों की बिक्री बढ़ी है। साथ ही औद्योगिक क्षेत्र में भी चांदी की खपत बढ़ने से इसका कारोबार मजबूत बना हुआ है।
पिछले साल धनतेरस पर करीब ₹42 हजार करोड़ का कारोबार हुआ था, जबकि इस बार यह आंकड़ा ₹50 हजार करोड़ से अधिक पहुंचने की संभावना है। सरकार ने ग्राहकों से अपील की है कि सोने-चांदी की खरीदारी करते समय BIS हॉलमार्क और GST बिल अवश्य लें, ताकि निवेश सुरक्षित रहे और धोखाधड़ी से बचा जा सके।