भारत के हमलों से अंग्रेज भी हुए खुश, पत्रकार डेनियल पर्ल का बदला आखिर भारत ही ले रहा है

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आतंक के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” ने न सिर्फ देश में, बल्कि पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए गए इन सर्जिकल स्ट्राइक्स को लेकर अब पश्चिमी देश भी भारत की तारीफ कर रहे हैं खासतौर पर अमेरिका और ब्रिटेन, जहां पत्रकार डेनियल पर्ल की दर्दनाक हत्या आज भी एक जख्म की तरह याद की जाती है।

डेनियल पर्ल का कातिल ढेर

जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर अब्दुल रऊफ अज़हर, जो अमेरिकी-यहूदी पत्रकार डेनियल पर्ल के अपहरण, यातना और सिर काटने की साजिश का मुख्य गुनहगार था, भारतीय वायुसेना के हमले में मारा गया। यह वही अब्दुल रऊफ है जो जैश के संस्थापक मसूद अज़हर का भाई था — और वर्षों से पाकिस्तान की सरजमीं पर खुलेआम घूम रहा था।

ब्रिटेन और अमेरिका में खुशी

ब्रिटिश मीडिया और सांसदों ने भारत की कार्रवाई को “न्याय की जीत” बताया है। अमेरिका के वरिष्ठ पत्रकारों और यहूदी समुदाय ने कहा, “जिसका काम था, उसने किया। भारत ने आतंकियों के खिलाफ जो ठोस कदम उठाया है, वो दुनिया के लिए एक मिसाल है।”

अमेरिका के एक अफसर ने ट्वीट किया: “Finally, justice for Pearl. Thank you, India!”

भारत ने साफ कर दिया है कि वह अब अपने नागरिकों या निर्दोष लोगों पर हमले करने वाले आतंकियों को किसी कीमत पर बख्शेगा नहीं — चाहे वे कहीं भी छुपे हों। ऑपरेशन सिंदूर में जिन आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया, वे दशकों से भारत, अमेरिका और यूरोप पर हमलों की प्लानिंग करते रहे हैं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

“जब अमेरिका और यूरोप चुप थे, तब भारत ने जवाब दिया।”

“डेनियल पर्ल के हत्यारे का अंत अब भारत की मिसाइलों से हुआ — यही है नया भारत।”

डेनियल पर्ल की हत्या 2002 में हुई थी, लेकिन उसका इंसाफ भारत ने 2025 में दिया। यह हमला सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था — कि अब दुनिया चुप नहीं बैठेगी, और भारत आतंक के खिलाफ वैश्विक न्याय का प्रतिनिधि बनकर उभरा है।