जमीनी जनसंपर्क मे बाजी मार चुकी कांग्रेस को रोकने एवं भाजपा के प्रचार को रफ्तार देने के लिए आगामी 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदरगढ़ आ रहे हैं। श्री मोदी यहां गर्जना करके भाजपा के अभियान को गति प्रदान करेंगे। चर्चा है कि कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया के विरुद्ध मोदी यहां आकर भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र रावत की दुनिया को संवारने का काम करेंगे। इसे लेकर भाजपाइयों में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इसे लेकर सतर्क है।
बाराबंकी संसदीय क्षेत्र का चुनाव अब राजनीतिक तपिश की गर्मी में पूरी तरह से तपता नजर आ रहा है। अब तक कई राजनीतिक दलों के बड़े नेता बाराबंकी में आकर अपने-अपने प्रत्याशियों का प्रचार भी कर चुके हैं। अभी 23 अप्रैल को कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ग्राम चौबीसी में कार्यकर्ता सम्मेलन करके कांग्रेसीयो को उत्साहित किया। इसी श्रृंखला में हैदरगढ़ में आगामी 30 अप्रैल को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र रावत समर्थन में जनसभा करने आ रहे हैं। राजनीतिक चर्चाओं एवं राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक श्री मोदी का हैदरगढ़ आना कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है? भाजपा के स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी हैदरगढ़ में जनसभा करके सीमावर्ती लोकसभा क्षेत्र रायबरेली,अमेठी, लखनऊ एवं फैजाबाद की सीटों पर भी खासा प्रभाव डालने का प्रयास करेंगे।
यहीं नहीं अति विश्वस्त सूत्रों से यह भी पता चला है कि जमीनी जनसंपर्क में बाजी मारने वाले कांग्रेस के प्रत्याशी तनुज पुनिया की रफ्तार की खबरें भाजपा कैंप को परेशान कर रही थी। सनद हो कि श्री पुनिया बीते काफी दिनों से बाराबंकी जनपद के तमाम गांवों में स्वयं जाकर लोगों से मिलकर अपने जनसंपर्क को धार दे चुके हैं। उन्हें इसका काफी फायदा भी मिल रहा है। कड़ाके की धूप में चौबीसी में अवतरित हुई जनता एवं कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर कांग्रेसी खासे उत्साहित है। यहीं नहीं चर्चाओं में लोग भले ही कांग्रेस से मुंह बिचकाये लेकिन प्रत्याशी के तौर पर तनुज को नापसंद भी नहीं कर पा रहे हैं! जाहिर है कि यह स्थिति तनुज पुनिया के कदमों को तेजी से मजबूती प्रदान करती नजर आ रही है?
भाजपा की सांसद प्रियंका रावत अब तक पूरे चुनाव में किसी भी भाजपाई मंच पर नजर नहीं आई है। टिकट कटने के बाद उनके समर्थकों ने जरूर बाराबंकी में खूब हल्ला मचाया है। अब सबकी नजरें इस बात पर जाकर टिकी हुई है कि क्या प्रियंका रावत आगामी 30 अप्रैल को नरेंद्र मोदी की जनसभा में उपस्थित होगी? खबर है कि प्रियंका रावत के खास समर्थक चुपचाप अपने घरों में बैठ चुके हैं। उनमें से कई दूसरे दलों की ओर छलांग लगा चुके हैं? तो वहीं ऐसे भी हैं जो केवल भाजपा को वोट देकर के ही इस चुनाव में अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा के रणनीतिकारों को सर्वे के आधार पर संभवत एक रिपोर्ट मिली थी कि बाराबंकी संसदीय सीट पर कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ रही है!
जबकि महागठबंधन के प्रत्याशी का चुनाव भी कड़े संघर्ष में है? ज्ञात हो कि अब तक सपा के कई नेता समाजवादी पार्टी को छोड़कर के कांग्रेस अथवा भाजपा में जा चुके हैं। वैसे भाजपा महागठबंधन प्रत्याशी राम सागर रावत को भी कम मानकर नहीं चल रही है। ऐसे में संभव है कि जब नरेंद्र मोदी हर जगह आए तो वह महागठबंधन के वरिष्ठ नेताओं पर भी राजनीतिक हमले करें। क्योंकि प्रदेश में जो भी जनसभाएं मोदी की हुई है उनमें सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमलावर रहे हैं। यही नहीं 64 साल की उम्र में महा गठबंधन के प्रत्याशी राम सागर रावत भी जमकर मेहनत कर रहे हैं वहीं पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप भी रावत को जिताने में जी जान से लगे हुए हैं।
भाजपा किसी भी हालत में बाराबंकी संसदीय क्षेत्र की सीट को कायम रखने के लिए गंभीर है। यदि उत्साहित भाजपा के फेसबुकिये समर्थकों को दरकिनार करके जमीनी हालातों पर देखा जाए तो अभी भी मोदी मैजिक जनता में नजर आ रहा है! भाजपाई कहते है कि भाजपा का प्रत्याशी अथवा नेता एवं कार्यकर्ता भले ही उनसे ना मिले हो लेकिन मोदी है तो सब मुमकिन है। जबकि दूसरी तरफ जनता के एक वर्ग का यह भी कहना है कि अभी तक डेढ- दो सालों से अगर प्रत्याशी के तौर पर हमसे किसी ने मुलाकात की है तो वह है कांग्रेसी प्रत्याशी तनुज पुनिया व उनके पिता डॉ पी एल पुनिया?
भाजपाई सूत्रों का कहना है कि भाजपा के रणनीतिकारों ने काफी गहन चिंतन और मंथन के बाद यह माना कि तनुज पुनिया के बढ़ते हुए कदमों को रोकने के लिए केवल और केवल भाजपा के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही मुख्य हथियार हो सकते हैं। तत्काल इसकी रिपोर्ट भाजपा नेतृत्व को भेजी गई और फिर भाजपा ने नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम आगामी 30 अप्रैल को हैदरगढ़ में तय कर दिया। सनद हो की यह वही हैदरगढ़ है जहां से देश के गृहमंत्री मुख्यमंत्री होने के दौरान विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। हैदरगढ़ को भाजपाइयों का गढ़ माना जाता है। लेकिन बीच में सपा ने यहां अपने झंडा फ़हराया था ।जबकि इससे पूर्व हैदरगढ़ को कांग्रेस के गढ़ के रूप में भी देखा जाता था।
खबर है कि भाजपा के कई धाकड़ कार्यकर्ता जो चुनाव के दौरान भाजपा के लिए जमकर प्रचार करते थे वह भी इस समय उदासीन नजर आ रहे हैं? पता चला है कि भाजपा के कई जिम्मेदारी मान बैठे हैं कि इस बार भी सारा काम मोदी जी के नाम से चल जाएगा। जाहिर है कि कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए भाजपा के पास स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी से बड़ा कोई तुरुप का पत्ता और कोई नहीं था। जैसे ही यह खबर स्थानीय भाजपा के कार्यकर्ताओं तक पहुंची वह उत्साह से झूम उठे। दरअसल भाजपा किसी भी हालत में पीएम मोदी की जनसभा को हल्की साबित नहीं होने देना चाहती। यही वजह है कि लगभग 10- 12 दिन पूर्व ही उनका कार्यक्रम यहां पर आ गया है !भाजपा के तमाम कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी की जनसभा को सफल बनाने के लिए अभी से जुट गए हैं ।वहीं दूसरी ओर कांग्रेसी भी इसे लेकर काफी सतर्क है।
कांग्रेस का प्रचार करने के लिए अभी तक राहुल गांधी आ चुके हैं तो वहीं आगामी 26 अप्रैल को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी बाराबंकी में दस्तक देंगी। इसके अतिरिक्त कई फिल्मी अभिनेत्रियों को भी कांग्रेस के प्रचार के लिए चुनाव से पहले तक बुलाया जा रहा है। राजनीतिक हलकों की चर्चाओं के मुताबिक भाजपा के प्रचार को रफ्तार देने के लिए नरेंद्र मोदी आना जरूरी था। अलबत्ता उनका यही प्रयास रहेगा कि यहां पर कांग्रेस को रोका जाए। साथ ही महागठबंधन के प्रत्याशी को किनारे लगाया जाए। सनद हो कि पिछले लोकसभा के चुनाव में जब पूरे देश में मोदी जी के नाम की प्रचंड लहर दौड़ रही थी तब भी कांग्रेस यहां नंबर दो पर रही थी। इस प्रकार स्पष्ट है कि कांग्रेस प्रत्याशी के विरुद्ध मोदी जी उपेंद्र रावत की दुनिया को सवारने का काम करेंगे। अब इसमें वे अथवा भाजपा कितना सफल होती है यह बताएगा बाराबंकी संसदीय क्षेत्र का चुनाव परिणाम।