मशहूर गायक कैलाश खेर आज मना रहे 46वां जन्मदिन, जानें कैसे बने मशहूर सिंगर

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बॉलीवुड के मशहूर सूफी सिंगर कैलाश खेर का आज 7 जुलाई को जन्मदिन है। आज के अपना 46वां जन्मदिन मना रहे है। कैलाश खेर को संगीत तो मानो विरासत में मिली है क्योंकि उनके पिता जी पंडित मेहर चंद खेर एक संगीतकार थे। कैलाश खेर को संगीत से बचपन से ही लगाव था जब वह छोटे थे तो अक्सर घरों के ईवेंट में फोक सॉग गाया करते थे। कैलाश को गाने की प्रेरणा अपने पिता जी से ही मिली थी।अब तक कैलाश खेर ने 18 भाषाओं में गाना गाया है औऱ लगभग 500 से अधिक गाने गाए है।

कैलाश के जीवन का संघर्ष

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में 7 जुलाई 1973 को कैलाश खेर का जन्म हुआ था। कैलाश ने संगात के शौक के चलते 13 साल की उम्र में ही अपना घर छोड़कर बेघर हो गए थे। इस बात को लेकर कैलाश ने कहा था कि मैनें इसलिए घर छोड़ने का फैसला लिया, क्योंकि ‘मैं संगीत के प्रति अपना पैशन आगे बढ़ाना चाहता था, जिसके लिए मेरा एकांत में रहना ज़रुरी था। फिर 2001 में दिल्ली यूनीवर्सिटी से पढ़ने के बाद मुंबई में कैलाश की मुलाकात संगीतकार राम संपत से हुई, उन्होंने कैलाश को कुछ रेडियो जिंगल गाने का मौका दिया और फिर वह अपनी संगीत की प्रतिभा में सफल हुए।

कैलाश को बिजनेस में हुआ था घाटा

सभी की जिंदगी एक समय ऐसा आता है कि इंसान उम्मीद छोड़ देता है। ऐसा ही कुछ कैलाश खेर के साथ हुआ साल 1999 में कैलाश ने अपने एक दोस्त के साथ सारी जमा पूजी लगाकर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट के बिजनेस शुरुआत की थी जिसमें कैलाश को भारी नुकसान हुआ था। इस नुकसान का ऐसा झटका लगा था कि कैलाश ने डिप्रेशन के चलते  आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी।

कैलाश के चर्चित गीत

 पह्मश्री से सम्मानित कैलाश खेर ने खूब सारे चर्चित गाने भी गाए है    “तेरी दीवानी” कैलाश के फेमस गानों में से एक है। कैलाश का ‘कैलाशा’ नाम से अपना बैंड भी है जो नेशनल और इंटरनेशनल शोज़ करता है। “अल्लाह के बंदे” भी एक ऐसा गीत है जिसे लोग आज भी काफी पसंद करते है । दो बार फिल्मफेयर बेस्ट सिंगर का अवार्ड भी जीत चुके है। पिछले साल “बाहुबली 2” में कैलाश खेर ने जय-जय जयकारा गाया था। कैलाश के यह सारे गीत काफी पापुलर भी हुए है।