
कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड ऑडियो विज़ुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) की शुरुआत की गई है, जिसका आयोजन अगले महीने मुंबई में किया जाएगा।
वेव्स भारतीय कलाकारों को वैश्विक स्तर पर कंटेंट बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इसके साथ ही, क्रिएट इन इंडिया पहल के माध्यम से दुनिया भर के कलाकारों को भारत आने और यहां अवसर प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि मनोरंजन उद्योग आज दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते उद्योगों में से एक बन चुका है और यह लगातार और बड़ा होता जा रहा है। उनका यह बयान भारतीय रचनात्मकता और संस्कृति की वैश्विक स्वीकार्यता को रेखांकित करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मनोरंजन सिर्फ समय बिताने का साधन नहीं रह गया है, यह अब अर्थव्यवस्था, तकनीक और नवाचार का भी प्रमुख हिस्सा बन चुका है। फिल्में, ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स, एनिमेशन, गेमिंग और संगीत जैसे क्षेत्रों में भारत की प्रतिभा का लोहा पूरी दुनिया मान रही है।”
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार रचनात्मक और डिजिटल क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसे अभियानों के अंतर्गत युवाओं को डिजिटल कंटेंट क्रिएशन, वीएफएक्स, एनीमेशन और गेम डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों में अवसर मिल रहे हैं।
भारत बना वैश्विक कंटेंट हब
मनोरंजन उद्योग की बात करें तो भारत अब न केवल अपने देश के लिए, बल्कि वैश्विक दर्शकों के लिए भी कंटेंट बना रहा है। भारतीय वेब सीरीज़, फिल्में और म्यूजिक एल्बम दुनियाभर में लोकप्रिय हो रहे हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के जरिए आज एक छोटा शहर भी वैश्विक मंच से जुड़ सकता है।
रोज़गार और निवेश में योगदान
मनोरंजन उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह लाखों लोगों को रोज़गार देता है और विदेशी निवेश को भी आकर्षित करता है। पीएम मोदी ने कहा कि यह क्षेत्र आने वाले समय में ‘न्यू इंडिया’ की आर्थिक और सांस्कृतिक ताकत बनेगा।