म्यांमार में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, तीव्रता 3.0 दर्ज विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

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राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, रविवार तड़के 26 अक्टूबर को म्यांमार में 3.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। एनसीएस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर जानकारी देते हुए बताया कि यह झटका भारतीय समयानुसार सुबह 4:42 बजे, 26.63° उत्तर अक्षांश और 96.46° पूर्व देशांतर पर महसूस किया गया। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर मापी गई।

भूकंप विशेषज्ञों के मुताबिक, यह झटका उथली गहराई पर आया था, जिससे बाद के झटकों की संभावना बढ़ जाती है। उथले भूकंप आमतौर पर अधिक खतरनाक माने जाते हैं क्योंकि उनकी भूकंपीय तरंगें सतह तक जल्दी पहुँचती हैं और ज़मीन पर अधिक कंपन पैदा करती हैं।

इससे पहले 16 अक्टूबर को भी म्यांमार में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय भी भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर दर्ज की गई थी। विशेषज्ञों के अनुसार, म्यांमार एक भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है, जहाँ भारतीय, यूरेशियन, सुंडा और बर्मा टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं। यही वजह है कि इस क्षेत्र में मध्यम से बड़े भूकंप अक्सर आते रहते हैं।

भूवैज्ञानिक बताते हैं कि 1,400 किलोमीटर लंबा सागाइंग फॉल्ट ज़ोन म्यांमार से होकर गुजरता है, जो अंडमान सागर के फैलाव केंद्र को उत्तर के टकराव क्षेत्र से जोड़ता है। इसी कारण देश के कई हिस्से भूकंप और सुनामी दोनों के खतरे में रहते हैं।

गौरतलब है कि इसी साल 28 मार्च को म्यांमार में आए 7.7 और 6.4 तीव्रता के दो बड़े भूकंपों ने भारी तबाही मचाई थी। इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी थी कि प्रभावित इलाकों में टीबी, एचआईवी, और जलजनित बीमारियों के खतरे तेजी से बढ़ रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार जैसे भूकंप-संवेदनशील क्षेत्र में भूकंप रोधी निर्माण और आपदा प्रबंधन प्रणालियों को मजबूत करना बेहद जरूरी है, ताकि भविष्य में होने वाले झटकों से जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके।