कांग्रेस ने दिल्ली में हिंसा की निंदा करते हुए मंगलवार को मांग की कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री को दलगत राजनीति से ऊपर उठते हुए शांति एवं भाईचारा सुनिश्चित करने के लिए आगे आना चाहिए। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह गांधी, नेहरु, पटेल का भारत है, क्या कोई भी भारतीय बिना सोचे समझे की गई इस हिंसा को स्वीकार कर सकता है? कांग्रेस दिल्ली के लोगों से अपील करती है कि साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखें और देश को धर्म के आधार पर बांटने के सभी प्रयासों को विफल करें।’’
उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में लगातार तीसरे दिन जारी दंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में जारी हिंसा तथा पथराव और हत्या की घटनाओं ने देश को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री से अपील है कि क्या आप इस मौके पर अपनी दलगत राजनीति और विचार दरकिनार करके वास्तव में अपनी पार्टियों के नहीं बल्कि समाज के नेता बनेंगे जिससे सौहार्द, शांति और अहिंसा प्रबल हो।’’ उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में देश के लोग उनसे सामने आने और दलीय राजनीति से ऊपर उठने की उम्मीद करते हैं
ताकि समाज में भाईचारा बना रहे। सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ गांधीजी के दिखाये रास्ते पर चलते हुए उन्हें शांति मार्च की अगुवाई करनी चाहिए, उन्हें जमीनी स्तर पर शांति स्थापित करने के लिए सभी समुदायों के नेताओं से बातचीत करनी चाहिए ताकि बिना सोचे समझे की जा रही हिंसा रूके। इस संबंध में शांति कायम करने की जिम्मेदारी नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आती है।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी समाज में भाईचारा और सौहार्द बनाये रखने के लिए पूरी तरह से केंद्र और दिल्ली सरकार के साथ खड़ी है। सुरजेवाला ने कहा ‘‘दिल्ली और देश के लोगों की ओर से’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से ईमानदार अपील है कि ‘‘इस देश को निराश नहीं करें क्योंकि आप विभिन्न दलों से हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गांधीजी के भारत में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है…आज जमीन पर शांति स्थापित करने और भाईचारा बरकरार रखने की जरूरत है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई विदेशी अतिथि देश की यात्रा पर हैं तब केंद्र सरकार, राज्य सरकार और पुलिस से पूरी तरह चौकन्ना रहने की आशा की जाती है लेकिन बड़े आश्चर्य की बात है कि अतिरिक्त सतर्कता दिखाने के बजाय केंद्रीय गृह मंत्रालय, नवनिर्वाचित दिल्ली सरकार शहर की हिंसा, आगजनी, पथराव और हत्या से अपनी सुविधा के हिसाब से बेखबर है।
सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी साथ ही हिंसा में घायल हुए डीसीपी अमित शर्मा और सैकड़ों अन्य व्यक्तियों के जल्द स्वस्थ होने के लिये प्रार्थना करती है। उन्होंने कहा, ‘‘हम तीन पत्रकारों अरविंद गुणशेखर, सौरभ शुक्ला और आकाश पर गोलीबारी की निंदा करते हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हम इन दंगों की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि दोषियों की पहचान की जाए और वास्तविक दोषियों और शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। कांग्रेस हेड कान्स्टेबल रतन लाल और अन्य की मृत्यु पर दुख जताती है।’’