आदि कैलाश यात्रा भगवान शिव पर आस्था रखने वाले करोड़ों शिव भक्तों के लिए यह एक बेहद रमणीय यात्रा होने के साथ-साथ अद्भुत सौंदर्यता एवं रहस्यमयता के लिए प्रसिद्ध है। आदि कैलाश यात्रा में जहां एक और देवभूमि के विभिन्न मंदिरों व देव स्थलों के दर्शन होते हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्राकृतिक सौंदर्य यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस यात्रा के अनुभव बेहद ही अविस्मरणीय रहे हैं आदि कैलाश यात्रा के लिए मानस खंड में स्थित पवित्र धाम आदि कैलाश एवं पर्वत अनादि काल से ही यात्रियों के लिए भ्रमण हेतु आकर्षण का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है यह भगवान शिव एवं पार्वती की क्रीड़ा स्थली वेदव्यास की तपस्थली व कर्म स्थली है।
यात्री करेंगे इन स्थानों व देव स्थलों का दर्शन
आदि कैलाश यात्रा में आने वाले यात्री व पर्यटक विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में बाबा नीम करोली जी महाराज के दर्शन करेंगे। जिसके पश्चात न्याय के देवता गोलू देवता मंदिर के अल्मोड़ा चितई में दर्शन करेंगे। इसके बाद बेहद रमणीय देवस्थल जागेश्वर धाम के दर्शन करेंगे जहां 125 भव्य मंदिरों का समूह है। तथा पाताल भुवनेश्वर में पांडवों की गुफा के दर्शन करेंगे जहां पांडवों द्वारा तपस्या की गई। इसके अलावा गूंजी में कालापानी क्षेत्र में काली माता के दर्शन करेंगे।
महर्षि वेदव्यास जी की गुफा का अवलोकन करेंगे। इसके अलावा ओम पर्वत के दर्शन करेंगे। तथा शेष नाग पर्वत के दर्शन करेंगे, इसके अलावा पार्वती सरोवर और शिव मंदिर आदि कैलाश के दर्शन करेंगे। साथ ही कुमाऊँ मंडल विकास निगम के टूरिस्ट रेस्ट हाउस बहुत ही रमणीय स्थलों में स्थित है जहां से देव भूमि उत्तराखंड की प्राकृतिक व अलौकिक छटा का दर्शन करने को मिलता है इस यात्रा में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का अनुभव बेहद अविस्मरणीय रहा है।
यात्रियों का कहना है कि, इस यात्रा का जीवन में बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है और यह यात्रा आध्यात्मिक और प्रकृति के प्रति आपके जहन में नया नजरिया पैदा करती है। कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा संचालित की जाने वाली इस यात्रा की पूरी जानकारी आप www.kmvn.com से प्राप्त कर सकते हैं साथ ही बुकिंग भी कर सकते हैं।