इस साल धनतेरस (धन्वंतरि जयंती) का शुभ दिन शुक्रवार 25 अक्टूबर को देशभर में धूमधाम से मनाया जाएगा। धनतेरस का ये शुभ त्योहार कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है। ये तिथि हर साल दीपावली से दो दिन पहले पड़ती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था। बता दें भगवान धन्वन्तरि की जयंती को ही देशभर में धनतेरस के शुभ दिन के रूप में मनाया जाता है।
शुभ मुहूर्त
धनतेरस पर कूबेर जी की पूजा और चांदी या चांदी के बर्तन खरीदने का शुभ मुहूर्त
शुक्रवार (25 अक्टूबर)- शाम 04:32 से
शनिवार, (26 अक्टूबर)- दोपहर 02:08 बजे तक का है।
पूजा विधि
धनतेरस पर शाम के समय उत्तर दिशा की ओर कुबेर जी और भगवान धनवंतरी की स्थापना करें। दोनों की प्रतिमा को स्थापित करकर घी का दीया जलाएं और पूजा करें। पहले कुबेर के दिव्य मंत्र “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” का जाप करें, उसके बाद भगवान धनवंतरी का पाठ भी अवश्य करें।
धनतेरस पर करें इन मंत्रों का जाप
धनतेरस पर कुबेर जी की पूजा के समय इस मंत्र का जाप जरुर करें। इससे आपकी पूजा अच्छे से सम्पन्न होगी और आपके घर में धन-समृद्धि हमेशा बनी रहेगी।
ओम श्रीं, ओम ह्रीं श्रीं, ओम ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:
साथ ही आप मां लक्ष्मी के इस मंत्र का भी जाप करें-
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम