देश में कोरोना वायरस जिस रफ्तार से अपने पैर पसार रहा है सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है। हर दिन सरकार को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बार सरकार के सामने बड़ी चिंता False Negative मरीजों की है। कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच फॉल्स निगेटिव मरीज डॉक्टर्स की और मुश्किल बढ़ा रहे हैं।
दरअसल False Negative पेशेंट्स वे मरीज हैं जिनमें वैसे तो कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं लेकिन जब कोरोना टेस्ट होता है तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। ऐसे में मरीजों से संक्रमण फैलने का खतरा और ज्यादा हो जाता है। जानकारों का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है और ऐसे मरीजों से और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है। केरल में ऐसे 2 मामले सामने आए मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक False Negative मरीजों के मामले केरल में सामने आए हैं।
यहां 2 मरीजों में कोरोना के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए लेकिन जब उनका कोरोना टेस्ट कराया गया तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बता दें कि इस वक्त सरकार की बड़ी चिंता यह है कि कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर्स संक्रमण की चपेट में न आए। देशभर से कई मामले सामने आ चुके हैं जहां डॉक्टर्स में संक्रमण हो चुका है। ऐसे में फॉल्स निगेटिव मरीजों के मिलने पर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल भी स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण को लेकर चिंता जता चुके हैं।