कोरोना वायरस प्रभाव: दुनिया के शेयर बाजारों में गिरावट, तेल के दाम भी नीचे

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दुनिया के बाजारों पर कोरोना वायरस का असर दिख रहा है। शेयर बाजारों और तेल के भाव में गिरावट देखने से यह पता चलता है। ज्यादातर कंपनियां कोरोना वायरस के फैलने के कारण वित्तीय लागत के आकलन में जुटी है। वाल स्ट्रीट में मंगलवार को भारी बिकवाली देखी गयी। तीनों मुख्य सूचकांकों में करीब 3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। अधिकारियों के कोरोना वायरस का अमेरिका पर प्रभाव पड़ने की संभावना के बयान का असर बाजार पर पड़ा। चीन के अलावा अन्य देशों में कोरोना वायरस के मामले आने के बाद आस्ट्रिया, इटली और स्पेन समेत कई देशों में बंद जैसी स्थिति है।

व्यापारी इसके वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को लेकर आंशकित हैं। आईजी ट्रेडिंग ग्रुप के विश्लेषक क्रिस ब्यूचैंक ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस सुर्खियों में बना है, ऐसे में बाजार में गिरावट बने रहने की आशंका है।’’ लंदन का मानक एफटीएसई 100 सूचकांक 7,000 अंक के नीचे आ गया। पिछले साल जो भी लाभ हुआ था, वह खत्म हो चुका है। वहीं तेल के दाम एक साल से भी अधिक के न्यूनतम स्तर पर आ गये हैं। चीन में फैले इस विषाणु के कारण अब तक 2,700 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 80,000 इससे प्रभावित हैं। इससे घबराये निवेशक सुरक्षित विकल्पों में निवेश को तरजीह दे रहे हैं।

दस साल और 30 साल दोनों अवधि के अमेरिकी ट्रेजरी बिल पर रिटर्न रिकार्ड रूप से नीचे आ गये हैं। भारत में बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 521 अंक तक नीचे चला गया था। अंत में यह 392.24 अंक या 0.97 प्रतिशत के नुकसान से 39,888.96 अंक पर बंद हुआ। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग के हैंगसेंग में अच्छा-खासा नुकसान रहा। ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 1.77 प्रतिशत के नुकसान से 53.30 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था।