मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय नागर विमान एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज मध्य प्रदेश में दतिया हवाई अड्डे की आधारशिला रखी।
इस हवाई अड्डे को 50 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है और इसके फरवरी 2024 तक पूरा होने का अनुमान है। इसमें मौजूदा 1810 मीटर लंबे रनवे का नवीनीकरण और एप्रन का निर्माण शामिल है जिसमें दो 19 सीटों वाले विमान खड़े हो सकते हैं और यहां पर 750 वर्ग मीटर का एक टर्मिनल भवन और एटीसी टॉवर हो सकता है। टर्मिनल भवन में व्यस्त घंटों के दौरान 100 यात्रियों को समायोजित करने की क्षमता होगी।
दतिया हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने की मांग लंबे समय से हो रही थी जो अब पूरी होने जा रही है। क्षेत्रीय संपर्क योजना, उड़ान के एक भाग के रूप में दतिया हवाई अड्डा एक बार प्रारंभ होने से क्षेत्रीय संपर्क बढ़ेगा, लोगों को आवश्यक सुविधाएं और सहूलियत प्रदान करेगा और क्षेत्र के समग्र वकास में योगदान देगा। उड़ान योजना का उद्देश्य अंतिम छोर तक पहुंच कर संपर्क को बढ़ाना है।
शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नागरिक उड्डयन से न सिर्फ बड़े शहरों को बल्कि देश के धार्मिक स्थलों को भी जोड़ा जाएगा। देवगढ़ में एक नया हवाई अड्डा बनाया गया है, देश के अन्य हिस्सों में कई नए हवाई अड्डे विकसित किए जा रहे हैं। अब दतिया हवाई अड्डे का विकास शीघ्र पूरा किया जाएगा। इसके विकसित होते ही खजुराहो और भोपाल को जोड़ने वाली उड़ानें संचालित की जाएंगी। इन मार्गों को पहले ही आरसीएस उड़ान के तहत चुना जा चुका है।
सिंधिया ने क्षेत्र के विकास में सहयोग के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य सरकार की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया।
मध्य प्रदेश में, विमानों की आवाजाही (प्रति सप्ताह) 506 (2014 में) से 554 (2021 में) हो गई, जो वर्तमान में 956 के स्तर पर पहुंच गई है। ये 72.5 प्रतिशत (2021 की तुलना में) और 89 प्रतिशत (2014 की तुलना में) की छलांग है। 19 सीटों वाले विमानों के संचालन के लिए दतिया हवाई अड्डे पर विकास कार्य से क्षेत्रीय संपर्क में और बढ़ोतरी होगी। इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी।
शिलान्यास समारोह में मध्य प्रदेश सरकार के गृह, कानून और विधायी कार्य, जेल और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा और लोकसभा सांसद संध्या रे उपस्थित थीं। इस अवसर पर एएआई चेयरमैन संजीव कुमार, एमओसीए में जेएस असंगबा चुबा आओ और नागर विमानन मंत्रालय, मध्य प्रदेश सरकार और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।