छतीसगढ़: प्रतिभा कभी भी परिस्थितियों का मोहताज नहीं होती है। प्रतिभा और लगन के बलबूते कमजोर से कमजोर व्यक्ति ठान ले तो असंभव को संभव कर सकता है। यह कारनामा राजनांदगांव में रहने वाली ज्ञानेश्वरी यादव ने कर दिखाया है। ग्रीस के हेराक्लिओन में चल रहे विश्व जूनियर वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में ज्ञानेश्वरी ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 156 किग्रा उठाकर रजत पदक पर अपना कब्जा जमाया। और अपने प्रदेश का नाम ऊंचा किया।खिताब हासिल करने के बाद ज्ञानेश्वरी को बधाई देने के लिए लोग लगातार उनके घर पहुंच रहे हैं। ज्ञानेश्वरी छग की चौथी व पदक जितने वाली पहली खिलाड़ी है।
आपको बता दे की ज्ञानेश्वरी के पिता दीपक यादव पेशे से इलेक्ट्रिशियन हैं। और प्राइवेट संस्था में काम करते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी पिता ने कभी बेटी को खेलने से रोका नहीं। बल्कि बेटी की रूचि को देखते हुए वेटलिफ्टिंग जैसे हैवी प्रैक्टिस वाले गेम के लिए प्रोत्साहित किया और बच्ची के लिए हजारों रुपए खर्च किए। जरूरत पड़ी तो ज्ञानेश्वरी के पिता ने अपने दोस्तों से भी आर्थिक मदद ली और बेटी के सपने को साकार किया। आर्थिक तंगी के बाद भी ज्ञानेश्वरी का खेल लगातार निखरता गया। ज्ञानेश्वरी के पिता ने बताया कि परिवार को अभी तक किसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं मिली है। आर्थिक दिक्कतों के बाद भी ज्ञानेश्वरी का खेल जारी है। पिता ने कहा कि अगर सरकारी प्रोत्साहन और सही प्रशिक्षण मिले तो आने वाले समय में ज्ञानेश्वरी और भी मैडल देश के लिए बटोर सकती है।
ट्रेनिंग से लेकर वर्ल्ड चौंपियनशिप तक का सफर- ज्ञानेश्वरी यादव छत्तीसगढ़ की पहली वेटलिफ्टर है, जिसने वर्ल्ड चौंपियनशिप में पदक जीता है। वर्ल्ड चौंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के रुस्तम सारंग, अजयदीप सारंग, अनीता शिंदे, मधुसूदन जंघेल, केशव साहू जैसे तमाम खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं लेकिन पदक हासिल करने में नाकाम रहे हैं। ज्ञानेश्वरी यादव ने राजनांदगांव में ट्रेनिंग कर वर्ल्ड चैंपियनशिप तक का सफर तय किया है। राजनांदगांव की ज्ञानेश्वरी यादव ने 2018 से वेटलिफ्टिंग की शुरुआत की। स्कूल और नेशनल प्रतियोगिता से लेकर ऑल इंडिया विश्वविद्यालय टूर्नामेंट, राष्ट्रीय जूनियर वेटलिफ्टिंग, राष्ट्रीय यूथ प्रतियोगिता, राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर कई पदक जीते हैं। वर्तमान में ज्ञानेश्वरी लखनऊ में ट्रेनिंग ले रहीं हैं और ओलंपिक की तैयारी कर रहीं हैं।
ज्ञानेश्वरी ने साल 2022 में भुवनेश्वर में आयोजित ओपन जूनियर वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रजत पदक प्राप्त कर वर्ल्ड स्तर की प्रतियोगिता के लिए चयनित हुई थी। ज्ञानेश्वरी के खाते में और भी पदक हैं। राष्ट्रीय गेम्स 2018 गुवाहाटी में कांस्य पदक, खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2019 में रजत पदक, 2020 में ओपन यूथ एवं जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में रजत। लगातार पदकों का सिलसिला जारी है। वहीं ग्रीस में आयोजित प्रतियोगिता में ज्ञानेश्वरी ने सिल्वर मेडल प्राप्त कर नाम रोशन किया।