
केंद्र सरकार की उच्चस्तरीय कैबिनेट बैठक में आज ऑपरेशन सिंदूर की गूंज सुनाई दी, जब सभी केंद्रीय मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस साहसिक सैन्य कार्रवाई के लिए बधाई दी। बैठक में प्रधानमंत्री ने सेना की भूमिका की सराहना करते हुए कहा,
“यह ऑपरेशन सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत के आत्मविश्वास और संप्रभुता का प्रतीक है। हमारी सेना ने इसे अत्यंत दक्षता और पराक्रम के साथ अंजाम दिया है – यह पूरे राष्ट्र के लिए गर्व की बात है।”
सैन्य ताकत का प्रदर्शन:
ऑपरेशन सिंदूर, जो सीमापार आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित था, ने भारत की नई सुरक्षा नीति को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया – अब आतंक का जवाब चुप्पी से नहीं, कार्यवाही से दिया जाएगा। यह ऑपरेशन भारतीय सेना द्वारा रणनीतिक योजना और खुफिया जानकारी के आधार पर अंजाम दिया गया।
प्रधानमंत्री ने बैठक में यह भी कहा कि सेना की सूझबूझ, साहस और समर्पण ने भारत की रक्षा नीति को नई दिशा दी है।
कैबिनेट में उत्साह और एकजुटता:
कैबिनेट के सभी सदस्यों ने इस कार्रवाई को एक साहसी और समयोचित निर्णय बताया। रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और विदेश मंत्री ने मिलकर सेना और प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की। एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा:
“देश अब पहले जैसा नहीं रहा। हम अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देते, हम रणनीतिक पहल करते हैं।”
जनता का समर्थन और अंतरराष्ट्रीय नजरें:
ऑपरेशन की सफलता के बाद देशभर में राष्ट्रवाद की लहर देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor और #NayaBharat ट्रेंड कर रहे हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत के सर्जिकल और निर्णायक रवैये पर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
कैबिनेट की यह बैठक न सिर्फ सरकार के अंदरूनी समर्थन को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि “ऑपरेशन सिंदूर” अब सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा और आत्मगौरव की नई परिभाषा बन चुका है।