लोकसभा चुनाव 2019 से पहले 1 फरवरी को देश का अंतरिम बजट पेश होने वाला है। देश की महिलाओं के लिए भी अंतरिम बजट काफी अहम माना जा रहा है। दरअसल, बीते साल के आम बजट में कामकाजी और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को कई खास तोहफे दिए गए थे। सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार के अंतरिम बजट में महिलाओं के लिए बड़े तोहफा हो सकते हैं।
कामकाजी महिलाओ के लिए बीता बजट खास था
मोदी सरकार ने बजट 2018 में महिलाओं पर खास फोकस रखा था। बजट में कामकाजी महिलाओं को राहत देते हुए उनकी PF मदद को पहले 3 साल 8 फीसदी करने का ऐलान किया। इससे पहले तक पुरुष और महिला दोनों के लिए यह मदद 12 फीसदी था। सरकार के इस फैसले के बाद कामकाजी महिलाओं की इन हैंड सैलरी में इजाफा हुआ।
इस फैसले का सबसे ज्यादा फायदा मध्यम वर्ग की महिलाओं को मिला। वहीं पिछले बजट में ग्रामीण इलाकों की गरीब महिलाओं के लिए भी खास ऐलान किया गया था। बजट के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देने का ऐलान किया। पहले इस योजना के तहत करीब 5 करोड़ महिलाओं को ही यह सुविधा दिए जाने का लक्ष्य था। वहीं सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए कर्ज के लक्ष्य को बढ़कार बढ़ाकर 75,000 करोड़ रुपये और महिलाओं की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की राशि को बढ़ाकर 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा करने का भी ऐलान किया गया।
महिला के लिए सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा
बता दे हर साल बजट में मोदी सरकार महिला की सुरक्षा को लेकर चितां जताती है। लेकिन महिलाओं की सुरक्षा को ले कर अब भी ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उम्मीद कि जा रही है निर्भया फंड इस बार के अंतरिम बजट में महिलाओं की सार्वजनिक स्थल पर सुरक्षा पर फोकस होगा लड़कीयो को उच्च शिक्षा देना अलावा महिलाओ के लिए नया कारोबार शुरू करने के लिए सस्ते ब्याज पर ऋण को लेकर भी अहम फैसला हो सकता है।
बात दे कि बीते साल महिलाओं के सैनेटरी पैड जीएसटी के दायरे से बाहर रख दिया गया था। अगर कामकाजी महिलाओं के लिए बात करें तो उनकी आयकर की सीमा बढ़ाई जा सकती है।