भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुनाव, महेंद्र भट्ट का दोबारा निर्विरोध अध्यक्ष बनना तय

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्य पद के लिए चुनाव प्रक्रिया की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही मतदाता सूची भी सार्वजनिक कर दी गई है। खास बात यह है कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए महेंद्र भट्ट का दोबारा चुना जाना अब तय माना जा रहा है, क्योंकि इस पद के लिए एकमात्र नामांकन उन्हीं का दाखिल हुआ है।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।

1 जुलाई को औपचारिक घोषणा

चुनाव अधिकारी खजान दास ने रविवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में यह अधिसूचना राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी के. लक्ष्मण के निर्देश पर जारी की। उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कुल 125 मतदाता अधिकृत हैं, जो चुनाव प्रक्रिया में भाग लेंगे।

नामांकन प्रक्रिया रविवार दोपहर 12 बजे तक पूर्ण हुई, और उसके बाद दोपहर 12 से 2 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की गई। नाम वापसी का समय दोपहर 3 से 4 बजे तक निर्धारित था। चूंकि केवल एक ही नामांकन दाखिल हुआ, इसलिए अब 1 जुलाई को औपचारिक रूप से महेंद्र भट्ट के दोबारा अध्यक्ष बनने की घोषणा की जाएगी।

चुनाव की प्रक्रिया और योग्यता

चुनाव अधिकारी ने बताया कि यह पूरी प्रक्रिया पार्टी के संविधान के अनुसार संचालित हो रही है। अध्यक्ष पद के लिए वही कार्यकर्ता नामांकन कर सकते हैं:

  • जो तीन साल तक सक्रिय सदस्य रहे हों
  • और कम से कम 10 साल से पार्टी के प्राथमिक सदस्य रहे हों

नामांकन के लिए फार्म (च) भरना अनिवार्य है।

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए समर्थन की शर्तें

  • प्रदेश निर्वाचक मंडल के कम से कम 10 सदस्य उस उम्मीदवार के नाम का संयुक्त प्रस्ताव करेंगे
  • यह प्रस्ताव कम से कम एक-तिहाई जिलों से आना आवश्यक है

राष्ट्रीय परिषद सदस्य का चुनाव भी तय

राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव पार्टी के संविधान की उपधारा (2) के तहत किया जाएगा। इसके अंतर्गत-

  • प्रदेश परिषद उतने सदस्य चुनेगी, जितनी लोकसभा सीटें राज्य में हैं
  • अनुसूचित जाति/जनजाति वर्गों का समुचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा
  • प्रदेश को दो-दो लोकसभा क्षेत्रों के भागों में बांटा जाएगा, और हर भाग से कम से कम एक प्रतिनिधि चुना जाना अनिवार्य है

भाजपा का यह चुनावी आयोजन संगठनात्मक मजबूती और अनुशासन की एक मिसाल के रूप में देखा जा रहा है। महेंद्र भट्ट के दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनने से पार्टी में नेतृत्व की निरंतरता बनी रहेगी। आने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी के लिहाज़ से यह नियुक्ति रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।