हरियाणा में अपनी पार्टी के पैर पसारने की कोशिश में लगे आम आदमी पार्टी के मुखिया व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक बड़ा बयान दिया है। बता दे कि केजरीवाल की ओर से उठाए गए हरियाणा के अस्पताल और स्कूलों के मुद्दे पर अब दोनों राज्यों के बीच तकरार बढ़ गई है। जहां मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर दिल्ली की डिस्पैंसरियां देखने के लिए आने का समय पूछा है, वहीं मुख्यमंत्री खट्टर ने केजरीवाल पर पलटवार किया है।
खट्टर ने कहा कि केजरीवाल पहले अपना प्रदेश संभाले, हरियाणा में कमियां दिखाने वाले बहुत लोग पहले से हैं। सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लिखे दूसरे पत्र में केजरीवाल ने कहा है कि उन्होंने 2 नवम्बर को एक पत्र लिखा था, जिसका कोई जवाब नहीं आया। केजरीवाल ने कहा कि उनके पत्र का जवाब न देना उन्हें थोड़ा बुरा लगा।केजरीवाल ने पुराने पत्र का हवाला देते हुए कहा है कि पिछले पत्र में आपसे दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने के लिए आपकी सुविधा की तारीख पूछी थी। साथ ही मैंने 12 नवम्बर को हरियाणा की चंद डिस्पैंसरी देखने की इच्छा जाहिर की थी। आपने पत्र का जवाब नहीं दिया। क्या मैं यह मान लूं कि आप इस बात से सहमत हैं कि दिल्ली के अस्पताल और स्कूल बहुत अच्छे हो गए हैं और हरियाणा के स्कूलों, अस्पतालों की हालत अच्छी नहीं है।
केजरीवाल ने हरियाणा के सी.एम. को फिर से नसीहत देते हुए पत्र में कहा है कि इस बार जनता जाति और धर्म पर वोट नहीं देगी। हरियाणा में अगली सरकार उसकी बनेगी, जो स्कूल और अस्पताल ठीक करेगा, जो जनता के काम करेगा। पिछले पत्र में तय की गई समय सीमा सोमवार को पूरी होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर पत्र लिखकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को घेरने का प्रयास किया है।हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा लिखे गए पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम उनकी गलतियां बताएंगे तो भागते बनेंगे। मनोहर लाल ने कहा कि वह इस तरह की घटिया राजनीति में नहीं पड़ते।
वही आप के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि आज पूरे देश ने यह मान लिया है कि दिल्ली सरकार ने जितने बेहतर ढंग से स्कूल व अस्पताल बनाए हैं, उतने बेहतर तरीके से कोई भी सरकार नहीं बना सकी है। जयहिंद ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर अगर सच्चे हैं तो उन्हें भागना नहीं चाहिए। मनोहर लाल को भी यह मान लेना चाहिए कि पिछले 4 साल में हरियाणा के अस्पतालों व स्कूलों में कोई सुधार नहीं हुआ है।