कोरोना वायरस (कोविड-2019) के मद्देनजर देश में 21 दिनों के लिए लॉक डाउन रखा गया है। ऐसे में संस्कृति मंत्रालय के तहत आने वाले संग्रहालय और पुस्तकालय अगले आदेश तक सार्वजनिक उपयोग के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसकी वजह से लोग राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए) में प्रदर्शित उसके स्थायी संग्रहों को देखने नहीं जा पा रहे हैं।वर्तमान परिदृश्य में अपने 66 वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर एनजीएमए ने लाकडाउन की अवधि के दौरान आगंतुकों के लिए भौतिक रूप से संग्रहालय का दौरा किए बिना उसके संग्रहों का आनंद लेने के लिए वर्चुअल टूर यानी आभासीय दौरा करने की सुविधा शुरू की है।
यह पहली बार है जब असाधारण परिस्थितियों में एनजीएमए ने कला प्रेमियों को अपने स्थायी संग्रह के आभासी दौरे की सुविधा प्रदान की है। संग्रहालय के महानिदेशक अद्वैत गडनायक ने कहा कि एनजीएमए के इस वचुर्अल टूर में देखने और विचार करने लायक बहुत कुछ है। संग्रहालय के महानिदेशक ने कहा कि इस वर्चुअल टूर में प्रदर्शित मूर्तियां, पेंटिंग और प्रिंट हमारे संग्रहित वस्तुओं के छिपे हुए खजाने को दिखाने की ओर उठाया गया एक अगला कदम हैं।उन्होंने कहा कि एनजीएमए का यह वर्चुअल टूर आधुनिक कला के महारथियों लिए एक श्रद्धांजलि है और एनजीएमए का यह दृढ़ विश्वास है कि यह रचनात्मक माध्यम के रूप में मूर्तियों, चित्रों और प्रिंट की विरासत के प्रति लोगों में अधिक रुचि पैदा करेगा। वर्चुअल टूर का लिंग नीचे दिया गया है।