
अयोध्या ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। भगवान श्रीराम की नगरी में आयोजित नौंवे दीपोत्सव ने न केवल श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत उदाहरण पेश किया, बल्कि दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स भी अपने नाम किए।
रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर परिसर में दीप प्रज्वलित कर दीपोत्सव का शुभारंभ किया। जैसे ही उन्होंने दीप जलाया, वैसे ही हजारों वालंटियर्स ने सरयू तट पर दीयों को प्रज्वलित करना शुरू कर दिया। कुछ ही मिनटों में 56 घाटों पर 26 लाख 17 हजार 215 दीपक जलाकर अयोध्यावासियों ने नया रिकॉर्ड बना दिया। साथ ही 2128 वेदाचार्यों द्वारा की गई महाआरती ने एक और रिकॉर्ड दर्ज कराया। दोनों ही उपलब्धियों को मौके पर ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया और प्रमाणपत्र मुख्यमंत्री योगी को सौंपा गया।
दीपोत्सव के दौरान 1100 ड्रोन से सजे ड्रोन शो और लेजर लाइट शो ने आसमान को राममय बना दिया। ड्रोन शो में आसमान में भगवान श्रीराम की आकृति उकेरी गई, जिसने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
दीपोत्सव के मंच से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “2017 में जब हमने दीपोत्सव शुरू किया था, तो उद्देश्य था दुनिया को दिखाना कि सच्चा दीपोत्सव कैसा होता है।” उन्होंने विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “यही अयोध्या है जहां कभी रामभक्तों पर गोलियां चलाई गईं। कांग्रेस ने कहा था कि राम एक मिथक हैं, और समाजवादी पार्टी ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थीं।”
सीएम योगी ने विपक्षी दलों पर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को ठुकराने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “जो लोग बाबर की कब्र पर सजदा करते हैं, वे श्रीराम जन्मभूमि के निमंत्रण को अस्वीकार करते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या विकास और विरासत का अद्भुत संगम बन चुकी है। उन्होंने बताया कि इस बार पूरे उत्तर प्रदेश में 1 करोड़ 51 लाख दीप जलाए गए, जो भक्ति, एकता और गौरव का प्रतीक है। कभी गोलियों की आवाज़ से गूंजने वाली अयोध्या आज दीपों की रोशनी में नहा रही है यही बदलते उत्तर प्रदेश की नई पहचान है।