
जैसे ही तुर्की और अज़रबैजान ने खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया, भारतीय जनता ने बेहद शांत लेकिन सशक्त अंदाज़ में जवाब देना शुरू कर दिया। एक प्रमुख अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, केवल 36 घंटों के भीतर ही बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों ने तुर्की जाने के अपने वीज़ा आवेदन वापस लेने शुरू कर दिए।
सिर्फ 36 घंटों में 60% लोग बीच में ही वीजा प्रोसेस छोड़कर बाहर निकल आए;
🔴 दिल्ली और मुंबई में तुर्की वीज़ा आवेदन में 53% की गिरावट दर्ज की गई।
🔴 इंदौर और जयपुर जैसे टियर-2 शहरों में 20% की गिरावट देखी गई।
🔴 ग्रुप और फैमिली ट्रैवल की बुकिंग्स में 49% की कटौती हुई।
🔴 कपल्स और सोलो ट्रैवलर्स ने भी 27% तक रुकने का फैसला लिया।
लेकिन बात सिर्फ ट्रैवल तक ही सीमित नहीं रही। भारतीयों ने तुर्की की उत्पाद श्रृंखला पर भी करारा प्रहार किया। चॉकलेट, जैम, सिरप, चाय और कॉफी जैसे तुर्की उत्पादों का बहिष्कार सोशल मीडिया पर अभियान बन गया।
भारतीयों ने दिया स्पष्ट संदेश-
यह घटना इस बात का प्रतीक बन चुकी है कि अब भारतीय जनता जागरूक है और अपनी राष्ट्रनीति और आत्मसम्मान के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगी। “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” के संदेश को मजबूती से आगे बढ़ाया जा रहा है।