भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने सेवानिवृत्त पुलिस आयुक्त राकेश मारिया के दावे के मद्देनजर 26/11 मुंबई आतंकी हमले की जांच फिर से कराने की मांग की है । मारिया का दावा है कि लश्करे तैयबा ने हमले को ‘हिंदू आतंकवाद’ के मामले के तौर पर पेश करने की साजिश रची थी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र में कांदिवली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले भातखलकर ने कहा है कि तत्कालीन कांग्रेस-राकांपा सरकार ने पूर्व नौकरशाह राम प्रधान के नेतृत्व में जांच कमेटी बनायी थी और उसने अपनी रिपोर्ट राज्य विधानसभा में पेश नहीं की थी ।
भातखलकर ने कहा, ‘‘राम प्रधान ने बाद में एक साक्षात्कार में कहा कि (तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री) पी चिदंबरम ने उनसे (आतंकी हमले के) स्थानीय जुड़ाव का खुलासा नहीं करने को कहा था। मैं आपसे मामले की फिर से जांच कराने और पाकिस्तान की भाषा बोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं। ’’ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने मामले की फिर से जांच करवाने की मांग के लिए भाजपा की आलोचना की ।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा महाराष्ट्र में पिछले पांच साल से सत्ता में थी। तब उसने क्यों नहीं किया । भाजपा जांच एजेंसियों के साथ ही शहीदों का अपमान कर रही है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए। मुंबई आतंकी हमले में जांच पूरी हो चुकी है और कसाब को फांसी हो चुकी है । भाजपा फिर से जांच क्यों कराना चाहती है । ’’ सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा राम प्रधान के जरिए चिदंबरम पर निशाना साधने का प्रयास कर रही है । कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘राम प्रधान ने साक्षात्कार में चिदंबरम का जिक्र नहीं किया था। ऐसा तो भातखलकर कह रहे हैं।’’