एजेंसी:-मध्यप्रदेश के नेता विपक्ष पद से कमलनाथ की छुट्टी कर दी गई है। आज ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पद से भी इस्तीफा को दे दिया है। कांग्रेस सूत्रों का भी ये कहना है कि कमलनाथ के पास में अभी दो पद थे और कांग्रेस ने एक व्यक्ति एक पद के आधार पर उन्हें नेता विपक्ष के पद से तक हटाया दिया है। यदि इस नीति का पालन भी आगे किया जाता है तो ऐसे इस लिस्ट में भी अधीर रंजन चौधरी से लेकर रणदीप सुरजेवाला तक कई नेता ही हैं, जिन्हें किसी न किसी पद से इस्तीफा को देना तो पड़ ही सकता है।
साल 2024 के आम चुनाव और इससे पहले के भी कई राज्यों में इस साल और अगले साल तक के विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। मध्यप्रदेश में भी साल 2023 में चुनाव होने हैं। साल 2022 में तो पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से सबक लेते हुए कांग्रेस पार्टी ने कुछ बड़ा ही करने के मूड बना लिया है। पार्टी सूत्रों का भी ये कहना है कि एक व्यक्ति एक पद की पॉलिसी के आधार पर ही कांग्रेस हाईकमान भी आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में कमलनाथ को नेता प्रतिपक्ष पद से भी हटाया गया है।
गुरुवार को ही कमलनाथ का नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा के देना इस बात का संकेत को देता है कि कांग्रेस आलाकमान अब आगामी रणनीति को भी लेकर काफी गंभीर है। लेकिन पार्टी नेताओं में सुगबुगाहट है कि क्या एक व्यक्ति-एक-पद सिद्धांत जिसे पार्टी को अपनाना चाहती है, अब दूसरों पर भी लागू ही होगी। अब इस नियम पर आगे चला जाए तो इसमें अधीर रंजन चौधरी का भी नंबर कही न कही जरूर है।