भय बिन होय न प्रीत- इसी फॉर्मूले से वापस आएगा पाक अधिकृत कश्मीर

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वायुसेनाध्यक्ष ने जिस प्रकार रामचरित मानस के भय बिनु होय न प्रीत को बोला, उससे साफ है कि DGMO की बैठक में पाकिस्तानी सेना से पाक अधिकृत कश्मीर खाली करने को कहा जाएगा और न किया तो उसका अंजाम अब पाकिस्तानी ही भुगतेंगे।

श्रीराम ने जब तीन दिन तक समुद्र को रास्ता देने की प्रार्थना की और समुद्र टस का मस नहीं हुआ तो भगवान श्रीराम बोले

बिनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीति।
बोले राम सकोप तब भय बिनु होइ न प्रीति॥57॥

अर्थात- इधर तीन दिन बीत गए, किंतु जड़ समुद्र विनय नहीं मानता। तब श्री रामजी क्रोध सहित बोले- बिना भय के प्रीति नहीं होती!॥57॥
संदेश साफ है कि अब पाकिस्तानी सेना को कश्मीर वापस लौटाने का रास्ता तैयार करना होगा। नहीं किया तो भारतीय सेनाएं अपने पराक्रम के बल पर पाकिस्तानी सेना के परखच्चे उड़ाते हुए कश्मीर से उनका सफाया कर देंगी।