यासीन मलिक को उसके गुनाहों के लिए दिल्ली की पटियाला हाऊस कोर्ट ने 2 उम्र कैद की सजा सुनाई है । यासीन मलिक को टेरर फंडिंग के मामले और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने समेत वायु सेना अधिकारी की हत्या के मामले में अलग अलग सजाएं दी गई है इसके अलावा उस पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है । सजा सुनाते समय अदालत ने कहा की वह सजा के खिलाफ हाईकोर्ट जा सकता है लेकिन फैसले के खिलाफ नहीं । सजा सुनाए जाने के बाद यासीन मलिक को पूरी सुरक्षा के बीच दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे सजा सुनाने से पहले उसकी दलील सुनी गई । यासीन मलिक ने कहा की वह पिछले 23 सालों में किसी तरह की उकसावे की घटना में शामिल नहीं रहा है बल्कि भारत सरकार के कई प्रधानमंत्रियों के साथ उसने काम भी किया है । पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जिक्र करते हुए उसने कहा की उन्होंने उसके लिए वीजा की व्यवस्था की थी जिसके बाद वह विदेश जा सका था । एनआईए ने यासीन मलिक के लिए मौत की सजा की मांग की थी । दिल्ली की पटियाला कोर्ट से उसे तिहाड़ जेल शिफ्ट कर दिया गया जहां वह पहले भी रहा है । यासीन मलिक को सजा सुनाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में उसके समर्थन में भीड़ ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया । सुरक्षा एजेंसियों ने यासीन मलिक की सजा को लेकर हमले का अलर्ट जारी किया है