अप्रैल महीने में बढ़ती हुई गर्मी ने 6 साल के रिकॉर्ड को तोड़ा, बिजली की मांग भी बढ़ी, देखें पूरी खबर

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एजेंसी:-अप्रैल में ही उत्तर भारत में इतनी गर्मी देखी गई जितनी पिछले कई दशकों में कभी नहीं देखी गई थी ऐसी के बढ़े हुए इस्तेमाल की वजह से बिजली की मांग ने भी रिकॉर्ड स्तर को छू लिया और छह सालों में सबसे बड़ा संकट को भी पैदा ही गया है…

अप्रैल में उत्तर भारत में इतनी गर्मी देखी गई थी कि जितनी पिछले कई दशकों में ही नहीं देखी गई। ऐसी के बढ़े हुए इस्तेमाल की वजह से भी बिजली की मांग ने रिकॉर्ड स्तर को भी छू लिया और छह सालों में सबसे बड़ा संकट भी पैदा हो गया है। सरकारी आंकड़ों के विश्लेषण से ये पता चलता है कि उत्तर भारत में बिजली की जरूरत 16 से 75 प्रतिशत के बीच में बढ़ गई है। इसकी वजह से बिजली की मांग 13.2 प्रतिशत बढ़ कर 135.4 अरब किलोवॉट घंटों पर पहुंच गई है। मौसम विभाग ने अधिकांश पश्चिमी मध्य, उत्तर पश्चिमी, उत्तर और उत्तर पूर्वी इलाकों में सामान्य से ज्यादा अधिकतम तापमान का पूर्वानुमान को दिया है।

पाकिस्तान में भी इस साल गर्मी का स्तर चरम पर है।वैज्ञानिकों ने ये चेतावनी दी है कि एक अरब से भी ज्यादा लोगों पर गर्मी का दुष्प्रभाव पड़ सकता है। बिजली की मांग में उछाल वैज्ञानिकों ने भी गर्मी के मौसम के इतना जल्दी आ जाने को जलवायु परिवर्तन से जोड़ा है। भारत में बिजली के अभूतपूर्व इस्तेमाल से अप्रैल में बड़े पैमाने पर भी बिजली की कटौती भी हुई है। जैसे जैसे कोयले की आपूर्ति कम होने लगी, बिजली कंपनियों को भी मांग के प्रबंधन के लिए कटौती करनी पड़ी। बिजली की मांग के हिसाब से उसकी आपूर्ति में 2।