कैंसर, एक ऐसी बीमारी है जिसे जुंबा पे लाने से पहले लोग 100 बार सोचते है। देखा जाए तो अब ये बिमारी सामान्य होती जा रही है..लेकिन जिसे भी जकड़ती है। उसकी जान लेकर ही छोड़ती है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कैंसर जैसी बिमारी के सामने हारते नहीं बल्कि इस बिमारी से जूझते हैं, लड़ते हैं और जीत के बाहर निकलते हैं। आज यानी 4 फरवरी को दुनिया भर में वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है।
विश्व भर में हर साल करीब 96 लाख लोगों की कैंसर की वजह से ही होती है। भारत में हर साल एक लाख से अधिक नए कैंसर के मामले सामने आते हैं। कैंसर आजकल बहुत ही कॉमन बीमारी होती जा रही है। और इसके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। ऐसे में कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है।
बोवेल कैंसर
इस कैंसर के लक्षणों को बहुत आसानी से पहचाना नहीं जा सकता है, शायद आपको एहसास भी ना हो. हालांकि 90 फीसदी से ज्यादा मरीजों को एब्डोमिनल पेन महसूस होता है, या बेचैनी या सूजन या फिर bowel में किसी भी तरह का बदलाव, या बिना पाइल्स के खून आना।
अग्नाशय का कैंसर
अग्नाश्य कैंसर के शुरुआती स्टेज में लक्षण ज्यादा स्पष्ट नहीं होते हैं जिससे इसकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है, इसका पहला लक्षण अक्सर बैक पेन या पेट में दर्द होना, अचानक से वजन घट जाना, पीलिया होना आदि है।
पेट का कैंसर
पेट का कैंसर वैसे तो बहुत कॉमननहीं है लेकिन ब्रिटेन में करीब हर साल 7000 लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं, इसके भी शुरुआती लक्षण बहुत स्पष्ट नहीं होते हैं और इनको अधिकतर लोग छोटी-मोटी बीमारी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
ओवरियन कैंसर
महिलाओं में ओवरियन कैंसर के लक्षणों को अक्सर बोवेल सिंड्रोम या पीरियड्स से जोड़कर देखा जाता है, ओवरियन कैंसर का सबसे सामान्य लक्षण है पेट या पेल्विस में बेचैनी महसूस होना, सूजन का बने रहना, जल्दी भूख खत्म हो जाना और सामान्य से ज्यादा बार पेशाब करना।
रिपोर्ट-आयुषी श्रीवास्तव