गंभारी 12 से 18 मीटर ऊंचा पेड़ है.. ये पेड़ ज्यादातर झारखंड और बिहार के संथाल परगना वाले पहाड़ी क्षेत्रों में मिलता है.. गंभारी का जड़ दशमूला औषधि बनाने में भी इस्तेमाल होता है जो महिलाओं के लिए खास टॉनिक माना जाता है..इसके अलावा गंभारी के क्या हैं आयुर्वेदिक फायदे चलिए जानते हैं…
1. सिरदर्द – बुखार में होने वाले सिरदर्द से राहत पाने के लिए गंभारी के पत्ते का लेप लगाया जा सकता है
2. पाचन के लिए – गंभारी के फूल का अर्क पाचन सही रखने के लिए लाभकारी माना गया है
3. गठिया- गंभारी के जड़ का चूर्ण गठिया के इलाज में फायदेमंद बताया गया है
4. सूजन- गंभारी की छाल, सौंफ,महुआ का फूल, चंदन और अंगूर को पीसकर तैयार किए गये जूस में चीनी मिलाकर पीने से सूजन कम हो सकती है
5. रक्त पित्त- रक्त पित्त की समस्या में गंभारी फूल की गुदा… शहद के साथ लेने से आराम मिल सकता है
सेहत से जुड़े और जानाकारी के लिए देखते रहें ….
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