श्री आई माता मंदिर के दर्शन कीजिए … मंदिर की अखंड ज्योत में है मां का आर्शीवाद
श्री आई माता मंदिर के दर्शन : भारत अलग-अलग संस्कृति का देश है। यहां हर धर्म से जुड़े ऐतिहासिक रहस्य आपको बड़ी आसानी से देखने को मिल जाएंगें। कुछ तो ऐसे भी रहस्य है जिनका सच है या झूठ पता लगाना हमारी पहुंच से बाहर है। हमारे देश में ऐसे कई मंदिर हैं जो अपने अंदर कई रहस्य समेंटें हुए हैं जैसे पाली का बुलट मंदिर, बिलाड़ा गांव का माता आई मंदिर आदि। आज हम आपको राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा गांव में स्थित आई माता मंदिर के बारे में बताएंगें।
माता आई का ये मंदिर अपने अंदर कई राज समेंटें हुए हैं। मां के इस मंदिर का नाम आई मंदिर इसलिए रखा गया क्योंकि इस मंदिर में करीब 600 साल पहले मां भ्रमण करने आई थी।
इस मंदिर की खास बात ये है कि इस मंदिर के अखड़ दीपक से काजल नहीं बल्कि केसल निकलता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक इस मंदिर की अखंड ज्योति 550 वर्षों से जल रही है। ऐसा माना जाता है कि मां ने करीब 550 साल पहले इस मंदिर की ज्योति में खुद को समा लिया था और यही है इस ज्योति के काजल की जगह केसर उगलने का राज।
दुनिया और देशभर के लोगों के लिए ये मंदिर एक खूबसूरत पर्यटक स्थल और माता के दर्शन के लिए तीर्थ स्थल माना जाता है। देशभर में ये मंदिर केशर ज्योति मंदिर के नाम से सुप्रसिद्ध है। बता दें इस मंदिर की अखड़ ज्योत की बाती साल में एक बार ही बदली जाती है।
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1556 ईसवी में बना ये मंदिर बेहद खूबसूरत है। माना जाता है कि जो इस मंदिर के दर्शन करेगा, उसके जीवन में कभी कोई समस्या नहीं आएगी। मान्याताओं के अनुसार इस मंदिर की ज्योति से निकलने वाला केसर अगर भक्त अपनी आंखों में लगाएं तो आंखों से संबंधित उन्हें कभी कोई समस्या नहीं होगी।यहां तक की वे अन्य रोगों से भी दूर रहेंगें।